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यूपी : कानपुर पुलिस तलाशी का आदेश लिये बैठी रही, वहीं आरोपित दुकान खाली करके हुए फरार।

यूपी : कानपुर पुलिस तलाशी का आदेश लिये बैठी रही, वहीं आरोपित दुकान खाली करके हुए फरार।

                                      Renu Tiwari Reporter

कानपुर। फर्जी दस्तावेजों की मदद से असली पासपोर्ट बनवाने वाले गिरोह के पर्दाफाश में कर्नलगंज पुलिस की एक और लापरवाही सामने आई है। जिस दिन मुख्य आरोपित वसीम पकड़ा गया था, मोतीझील में टूर एंड ट्रेवल्स का काम करने वाले उसके दो साथी दुकानें बंद कर फरार हो गए थे।

वहीं माना जा रहा था कि इन दुकानों में भी कई महत्वपूर्ण साक्ष्य छिपे हुए हैं, इसलिए दुकानों की तलाशी के आदेश दिए गए थे। मगर लंबा समय बीतने के बाद भी कर्नलगंज पुलिस ने दोनों दुकानों की तलाशी नहीं कराई। इससे करीब 15 दिन पहले आरोपित दुकानें खाली करके फरार हो गए। 

वहीं इससे साफ है कि सभी साक्ष्य मिटा दिए गए। यह जानकारी सामने आने के बाद एसीपी कर्नलगंज ने प्रभारी निरीक्षक को नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। वहीं, संयुक्त पुलिस अयुक्त ने कर्नलगंज पुलिस को तलब कर पूरे मामले की समीक्षा कर जांच के आदेश दिए हैं।

वहीं 24 जनवरी, 2022 को क्राइम ब्रांच और कर्नलगंज पुलिस ने चमनगंज स्थित अनाया टूर एंड ट्रैवल्स के कार्यालय में छापा मारकर बाबूपुरवा निवासी वसीम अली को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया था कि वसीम अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार करता और उसकी मदद से असली पासपोर्ट तैयार करवाते थे । इस प्रकरण में पासपोर्ट विभाग के एक अफसर की मिलीभगत सामने आई है। यह जानकारी कर्नलगंज पुलिस को है, लेकिन अब तक इसके विरुद्ध कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की गई।

वहीं दूसरी तरफ़ संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने कर्नलगंज के थाना प्रभारी बलराम मिश्रा को तलब कर लापरवाही के प्रकरण में जवाब मांगा। कर्नलगंज पुलिस की लापरवाही केवल यहीं तक सीमित नहीं है। जिस दिन मुख्य आरोपित वसीम अली पकड़ा गया था, मोतीझील में टूर एंड ट्रेवल्स का काम करने वाले उसके दो साथी दुकानें बंद कर फरार हो गए थे। पूछताछ में वसीम ने अपने इन दोनों साथियों के नाम पुलिस को बताए थे।

वहीं ऐसे में माना जा रहा था कि इन दुकानों में भी कई महत्वपूर्ण साक्ष्य छिपे होंगे। तब फैसला हुआ था कि दोनों दुकानों की तलाशी ली जाएगी। मगर, ऐसा नहीं हुआ। अब सामने आया है कि 15 दिन पहले आरोपित दुकानें खाली करके फरार हो गए हैं। यानी सभी साक्ष्य मिटा दिए गए। इसकी जानकारी मिलते ही एसीपी त्रिपुरारी पांडेय ने कर्नलगंज पुलिस को लापरवाही क्यों हुई, इसे लेकर नोटिस जारी करके जवाब मांगा है। उन्होंने बताया, लापरवाही करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।