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यूपी : गोरखपुर चिड़ियाघर में घटी शेर की खुराक, वहीं गर्मी ने बढ़ाई अजगर की भी भूख।
गोरखपुर। गर्मी में शेर सहित सभी वन्यजीवों की भूख कम हो जाती है, जबकि अजगर की भूख बढ़ जाती है। इसकी वजह है कि गर्मी में अजगर पूरी तरह सक्रिय रहता है। उसका मूवमेंट बढ़ जाता है। इससे वह जो खाता है वह कम समय में पच भी जाता है। जबकि ठंडक में वह अत्यधिक सुस्त रहता है।
वहीं इसे ध्यान में रखकर गोरखपुर चिड़ियाघर प्रशासन ने उसकी खुराक बढ़ा बढ़ा दी है। जबकि शेर सहित अन्य वन्यजीवों का भोजन करीब 20 प्रतिशत कम कर दिया है। भोजन में अधिक प्रोटीन की मात्रा भी कम की गई है। ताकि गर्मी को लेकर जानवर को कोई कठिनाई न हो।
वहीं ठंडक में शेर, बाघ करीब 12 से 14 किलो मांस रोजाना खाते हैं। गर्मी में उसे घटाकर 10 से 12 किलो किया गया है। 5- 6 किलो मांस खाने वाले तेंदुए के खुराक की कम की गई है। उसे अब सिर्फ 4-5 किलो मांस दिया जा रहा है। चिड़ियाघर ने यह बदलाव गर्मी को ध्यान में रखकर किया है। इसके अलावा भालू के भोजन में तरबूज की मात्रा बढ़ाई गई है।
वहीं भालू नितीश व रानी को रोजाना पांच किलो तरबूज खाने को दिया जा रहा है। इसके अलावा उसे खीरा व ककड़ी भी खाने को दिया जा रहा है। हिरन, दरियाई घोड़ा सहित अन्य जानवरों के बाड़े में गर्मी को देखते हुए ऐसे फलों की मात्रा बढ़ाई गई है, जिससे उनके शरीर में जल की मात्रा पर्याप्त रहे।
वहीं दूसरी तरफ़ गोरखपुर चिड़ियाघर के पशु चिकित्साधिकारी डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि गर्मी को ध्यान में रखकर चिड़ियाघर के सभी वन्यजीवों का डाइट चार्ट तैयार किया गया है। औसतन करीब 20 प्रतिशत खुराक कम की गई है। सिर्फ अजगर का भोजन बढ़ाया गया है। उसे ठंडक में माह भर में एक मुर्गा खाने को दिया जाता था, लेकिन अब प्रत्येक सप्ताह उसके बाड़े में एक मुर्गा छोड़ा जा रहा है। भोजन में तरबूज, खीरा, ककउ़ी की मात्रा बढ़ाई गई है। ताकि वन्यजीवों के शरीर में पानी की मात्रा बनी रहे।