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यूपी : वाराणसी के लोगों को जल्द मिलेगा छह सड़कों का तोहफा, वहीं सिक्स और फोरलेन का चल रहा तेजी से काम।
वाराणसी। जाम से जूझ रहे शहरवासियों के लिए अच्छी खबर है। हाइवे से शहर के अंदर आने वाले वाहनों की रफ्तार कम नहीं होगी। शहर के अंदर की छह सड़कों का चौड़ीकरण करने के साथ पांच सड़कें फोरलेन और एक सिक्स लेन बनाने का काम तेजी से शुरू हो गया है। जिन सड़कों को चौड़ीकरण करने में अतिक्रमण या अवैध कब्जा बाधा पहुंचा रहे हैं।
वहीं उन भवनों पर लाल निशान लगाने के साथ तोडऩे की कार्रवाई जल्द होगी। जिनके मकान वैध या खुद की जमीन पर होंगे उन्हें मुआवजा दिया जाएगा जिन्होंने अवैध कब्जा करके मकान बनाया है उन्हें जिला प्रशासन जबर्दस्ती तोड़ देगा। वहीं, स्थानीय लोगों सड़क चौड़ीकरण में सहयोग करने की अपील की जा रही है जिससे काम जल्द से जल्द पूरा हो सके।
वहीं प्रदेश में दोबारा योगी सरकार बनते ही लोक निर्माण विभाग ने हाइवे से शहर के अंदर आने वाली छह सड़कों पर काम तेजी से शुरू कर दिया है। सभी स्थानों पर बुलडोजर से सड़क के किनारे मिट्टी हटाने के साथ अतिक्रमण तोडऩे का काम शुरू कर दिया गया है। वहीं, पीडब्ल्यूडी ने उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन और वन विभाग को हरे पेड़ों की कटाई करने के लिए फिर पत्र लिखा। सड़क बनने के साथ शहर के अंदर आने वाली सड़कों पर वाहन फर्राटें भरने लगेंगे।
वहीं वाराणसी चंदौली हाईवे से शहर में आने वाले मोहनसराय से कैंट रेलवे स्टेशन तक सड़क पर वाहनों का लोड है, इस मार्ग पर अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। इस रोड पर अधिक अतिक्रमण नहीं है। कलेक्ट्री फार्म से रिंग रोड तक बनने वाली फोरलेन सड़क पर लोहता बाजार में अधिक अतिक्रमण है। ज्यादाकर लोगों ने सड़क पर निर्माण कर लिया है। राजस्व विभाग को चिह्नित कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। साथ ही वहां रहने वालों को कब्जा हटाने को कहा गया है।
वहीं दूसरी तरफ़ कचहरी से संदहा बनने वाले फोरलेन में संदहा के पास से काम शुरू हो गया है। पीडब्ल्यूडी को संदहा से पहडिय़ा तक बिजली विभाग के कार्यालय तक अधिक अतिक्रमण नहीं हटाना है, यहां सिर्फ बाउंड्री तोडऩी है। पहडिय़ा से काली मंदिर तक सड़क पर कब्जा है। मकानों पर लाल निशान लगाने का काम पूरा हो चुका है। पांडेयपुर चौराहे से रिंग वाया काली मंदिर इस मार्ग पर सबसे ज्यादा आसपास के लोगों ने कब्जा किया है।
वहीं सभी भवन स्वामियों को अवैध निर्माण तोडऩे को कहा गया है। लहरतारा से बीएचयू होते हुए भेलूपुर तक सड़क चौड़ीकरण में भिखारीपुर तिराहे से लेकर नरिया तक ज्यादा अतिक्रमण है। यहां पीडब्ल्यूडी राजस्व कर्मियों के साथ अवैध निर्माण चिह्नित करने के साथ लाल निशान लगा रही है। इसी तरह, पड़ाव रामनगर से टेंगरा मोड़ पर भी जाम की स्थिति बनी रहती है।
वहीं दूसरी तरफ़ हाईवे पर सफर आसान होने के साथ शहर के अंदर लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है। प्रशासनिक अधिकारियों ने सर्वे कराने के साथ जाम को लेकर कई बार योजना भी बनाई लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही थी। ऐसे में शहर के अंदर आने वाली सड़कों को चौड़ीकरण करने का निर्णय लिया गया। इसमें पहले शहर की पांच सड़कों को शामिल किया गया। बाद में पड़ाव रामनगर से टेंगरा मोड़ को।
वहीं दूसरी तरफ़ कैंट से मोहनसराय तक लागत 412.53 करोड़, लंबाई 13 किमी, कलेक्ट्री फार्म रिंग रोड तक लागत 272 करोड़, लंबाई 8.6 किमी, वहीं पांडेयपुर से रिंग रोड वाया काली मंदिर, वाराणसी से काली मंदिर से आवास विकास कालोनी होते हुए वाराणसी आजमगढ़ मार्ग तक 2.40 किमी, वहीं पांडेयपुर चौराहे से रिंग रोड तक फोरलेन 4.10 किमी, कुल लंबाई 6.5 किमी, कुल लागत 218.66 करोड़, लहरतारा से बीएचयू वाया भेलूपुर, लहरतारा से बीएचयू व रविंद्रपुरी कालोनी होते हुए विजया सिनेमा तक फोरलेन, कुल लंबाई-9.512 किमी, कुल लागत 241.80 करोड़, कचहरी से संदहा तक, कचहरी से आशापुर होते हुए संदहा तक फोरलेन, कुल लंबाई 9.325 किमी, कुल लागत 212 करोड़, पड़ाव से टेंगरा मोड़, कुल लंबाई 6.8 किमी, कुल लागत 1985.41 लाख रुपए बताई जा रहीं हैं।