UP news
यूपी : वाराणसी में विशेष प्रार्थना कर प्रभु यीशु के बलिदान को किया याद, वहीं गिरजाघरों में गुड फ्राइडे की हो रही तैयारी।
वाराणसी। गिरजाघरों में गुड फ्राइडे की तैयारी अभी से शुरू कर दी गई है। इस क्रम में सोमवार को चर्चों में विशेष प्रार्थना हुई। आध्यात्मिक साधना के साथ स्वीकार किया गया और प्रभु यीशु के बलिदान को याद किया गया है। इस दौरान ईसा मसीह का स्मरण कर शांति व करुणा प्रदान करने की कामना की।
वहीं इस क्रम में छावनी स्थित सेंट मेरीज कथीड्रल चर्च में शाम छह बजे से रात आठ बजे तक धर्मविधि आरंभ हुई। इसके अलावा लाल गिरजाघर, सेंट थामस चर्च (गोदौलिया) पादरी न्यूटन स्टीफन, सेंट पाल्स चर्च (सिगरा), बेथेल फुल गास्पल चर्च (महमूरगंज), सहित अन्य चर्चों में भी विशेष प्रार्थना सभाएं हुई।
वहीं गुड फ्राइडे के दिन ईसाई धर्म के लोग व्रत रखते हैं। इस दिन लोग चर्च में जाकर खास प्रार्थना करते हैं। इस दिन चर्च में घंटा नहीं बजाया जाता है, बल्कि लकड़ी के खटखटे बजाए जाते हैं। इसके साथ ही लोग चर्च में क्रास को चूमकर प्रभु यीशु का स्मरण करते हैं।
वहीं इस दिन ईसाई धर्म के लोग व्रत रखने के साथ ही प्रभु यीशु के उपदेशों का स्मरण करते हैं और उन्हें अपने जीवन में ढालने की कोशिश करते हैं। इस दिन लोग प्रभु यीशु के बताए प्रेम, सत्य और विश्वास के रास्ते पर चलने की शपथ लेते हैं। इस दिन बहुत से लोग काले रंग के कपड़े पहनकर प्रभु यीशु के बलिदान दिवस पर मनाते हैं।
वहीं गुड फ्राइडे हर साल ईस्टर संडे से पहले यानी की फ्राइडे को आता है। ईसाई समुदाय ये त्योहार बड़े ही धूम-धाम से मनाते है। इस साल गुड फ्राइडे 15 अप्रैल को मनाया जाएगा। ईसाई धर्म के लोग इस त्योहार को ब्लैक डे के रूप में मनाते हैं। गुड फ्राईडे ईसाई धर्म के लिए बहुत ही पवित्र दिन माना जाता है।
वहीं ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान यीशु मसीह ने अपने प्राण त्याग दिए थे। इस दिन ईसाई धर्म के लोग श्रद्धा, प्रेम, सत्य और विश्वास के रास्ते पर चलने का प्रण लेते हैंद्ध कई लोग इस दिन काले कपड़े पहनकर शोक मनाते है। इस दिन कुछ व्रत भी रखते हैं। गिरजाघरों में घंटा न बजाकर लकड़ी के खटखटे बजाकर चर्च में क्रास चुनकर ईसा मसीह का स्मरण करते हैं।