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यूपी : दुनिया में कहीं से भी पढ़ सकेंगे वाराणसी बीएचयू से संस्कृत विभाग ने शुरू की आनलाइन क्लास।
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने देवभाषा संस्कृत को विदेश में भी इच्छुक अभ्यर्थियों तक पहुंचाने की पहल की है। इसके लिए संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय का व्याकरण विभाग संस्कृत की आनलाइन कक्षा शुरू करने जा रहा है। हाई रेज्यूलेशन के कैमरे, प्रोजेक्टर, वाई-फाई समेत अत्याधुनिक यंत्रों से युक्त स्मार्ट क्लास तैयार हैं। आगामी सत्र से अध्यापन कार्य भी आरंभ कर दिया जाएगा।
वहीं व्याकरण विभागाध्यक्ष प्रो. रामनारायण द्विवेदी बताते हैं कि इन कक्षाओं में नामांकन कें लिए नेशनल टेङ्क्षस्टग एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से आयोजित कंबाइंड यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) उत्तीर्ण करनी होगी। काउंसिलिंग के जरिए विश्वविद्यालय में प्रवेश की प्रक्रिया पूरी होगी।
वहीं विभाग अपनी कक्षाओं को हाइब्रिड (आनलाइन एवं आफलाइन) मोड में चलाएगा। परीक्षा भी किसी माध्यम से देने के लिए विद्यार्थी स्वतंत्र होंगे। अभ्यर्थी स्नातक-परास्नातक पाठ्यक्रम संग पाणिनी व्याकरण और भाषा विज्ञान भी पढ़ सकेंगे।
वहीं विश्वविद्यालय के नियमानुसार आनलाइन कक्षाओं में मनमाने तरीके से जुड़ जाना ही पर्याप्त नहीं होगा। विद्यार्थी की उपस्थिति की गणना की जाएगी। ऐसी भी व्यवस्था बनाई गई है जिससे छात्र चाहें तो दोनों माध्यमों में शिक्षा ले सकते हैं।
वहीं स्नातक-स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अतिरिक्त संस्कृत व्याकरण में अनेक डिप्लोमा व विविध पाठ्यक्रमों के छात्रों के लिए अलग-अलग समय पर विभागीय समय-सारिणी अनुसार शिक्षण कार्य होगा। कक्षा में भौतिक रूप से 100 छात्र सम्मिलित हो सकेंगे, स्मार्ट क्लास में इसकी व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त जो छात्र किसी कारण से भौतिक रूप से उपस्थित नहीं हो सकते, वे आनलाइन क्लास में उपस्थित रह सकते हैं।
वहीं यदि किसी कारणवश कोई छात्र आनलाइन या आफलाइन कक्षा में नहीं शामिल हो रहा तब भी उसका अध्ययन बाधित नहीं होगा। क्लास की फुल कंटेंट रिकार्डिंग संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के एप पर उपलब्ध रहेगी। इसके लिए 'एसवीडीवी पाणिनी एप तैयार किया जा रहा है। विद्यार्थी अपना कोर्स वीडियो रिकार्डिंग देख व समझ कर पूरा कर सकता है। पाठ्यक्रम से जुड़ी किसी समस्या का समाधान भी एप के माध्यम से पा सकता है।