उरई। महिला सशक्तीकरण मिशन शक्ति अभियान के तहत 100 दिन की कार्य योजना तैयार की जा रही है। जिसके तहत प्रत्येक स्कूल कालेज के आसपास खासतौर से छात्राओं महिला सुरक्षा से जुड़े कानून की जानकारी दी जाएगी। कस्बों में पिक बूथ लगाने की भी योजना है। जिससे छात्राएं अपनी पहचान सार्वजनिक किए बगैर शिकायत अंकित करा सकेंगी। कार्रवाई के लिए 57 टीमें गठित की गई हैं। अभियान की प्रतिदिन में समीक्षा होगी। पोर्टल पर कार्रवाई का विवरण अपडेट किया जाएगा।
वही प्रदेश में महिला सशक्तीकरण एवं अपराधियों के प्रति कठोर अभियान चलाकर सुरक्षा, सुशासन व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए डीजीपी ने सर्कुलर जारी किया है। मिशन शक्ति अभियान के तहत दो अप्रैल से महिला सुरक्षा के लिए विशेष दल गठित कर स्कूलों, कालेजों, बाजारों, शापिग माल व भीड़ भरे स्थानों पर छेड़छाड़ व महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाए जाने के लिए व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। जिसे 100 दिन की कार्ययोजना के रूप में क्रियान्वयन किया जाएगा। 57 टीमें इसके लिए गठित कर दी गईं हैं।
वहीं शाम के समय, बाजारों व भीड़ भरे स्थानों में पुलिस की फुट पेट्रोलिग की जाएगी। राज पत्रित पुलिस अधिकारी भी कम से कम प्रतिदिन एक घंटा फुट पेट्रोलिग करते हुए आम जनता के साथ संवाद एवं समन्वय स्थापित कर जनता में मित्र पुलिस का संदेश देंगे।
वहीं जिससे कि आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े एवं आम लोग अपनी जान-माल की सुरक्षा के लिए पुलिस से सहज रूप से बिना किसी भय अथवा डर के अपनी समस्याएं एवं शिकायत दर्ज करा सकें। पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने बताया कि जनपद प्रभारियों को महिला अपराधों के घटित होने के दृष्टिकोण से हाट-स्पाट चिन्हित कर हर समय पुलिस की दृश्यता बनाए रखने के लिए भी निर्देशित किया गया है।