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यूपी : गोरखपुर में रेडीमेड गारमेंट के उद्यमियों में नेता बनने को लेकर मची खींचतान।
गोरखपुर। रेडीमेड गारमेंट का हब बनाने को लेकर सरकार पहल कर रही है और स्वयं को इन उद्यमियों का 'नेता' बताने को लेकर होड़ मची है। पहले चैंबर आफ रेडीमेड गारमेंट का गठन किया गया और एक साल के भीतर ही दो उद्यमियों ने इस संगठन का अध्यक्ष होने का दावा किया है। रेडीमेड गारमेंट की फैक्ट्री चलाने वाले रमाशंकर शुक्ला व लक्ष्मीधर शास्त्री स्वयं को रेडीमेड गारमेंट के उद्यमियों का अध्यक्ष होने का दावा कर रहे हैं।
वहीं तारामंडल क्षेत्र के एक मैरेज हाल में चैंबर आफ रेडीमेड गारमेंट की नई कार्यकारिणी का चुनाव हुआ था। इसमें लक्ष्मीधर शास्त्री अध्यक्ष चुने गए। पहले से इस संगठन के अध्यक्ष रहे रमाशंकर शुक्ला शामिल नहीं हुए थे। कार्यकारिणी गठित होने के अगले ही दिन नई कार्यकारिणी ने रमाशंकर शुक्ला को उद्यमियों के वाट्सएप ग्रुप से बाहर कर दिया तो रमाशंकर ने नया ग्रुप बना लिया। उन्होंने चैंबर आफ रेडीमेड गारमेंट के पंजीकरण का प्रमाण पत्र भी प्रस्तुत किया है। उनके ग्रुप से भी कई उद्यमी बाहर हैं।
वहीं रमाशंकर शुक्ला का कहना है कि चैंबर आफ रेडीमेड गारमेंट्स पंजीकृत संस्था है। कुछ लोगों ने जबरदस्ती संगठन के नाम पर चुनाव करा लिया। यह पूरी तरह गलत है। लक्ष्मीधर शास्त्री का कहना है कि दो दिन पहले हुए चुनाव में रमाशंकर शुक्ला को बाहर कर दिया गया है। चैंबर आफ गारमेंट के नाम से नया पंजीकरण कराया जाएगा।
वहीं चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल का कहना है कि रेडीमेड गारमेंट को लेकर चैंबर आफ इंडस्ट्रीज मुहिम चला रहा है। एक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। ऐसे में किसी संगठन में पद को लेकर विवाद करना उचित नहीं है। गीडा में गारमेंट पार्क स्थापित होने की प्रक्रिया भी चल रही है। उम्मीद है कि जल्द ही सभी उद्यमियों को भूखंड आवंटित हो जाएंगे। जल्द ही रेडीमेड गारमेंट उद्यमियों के साथ बैठक की जाएगी।