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यूपी : अयोध्या रामनवमी मेला में तैनात होंगे इस बार एक हजार से अधिक सुरक्षा कर्मी।
अयोध्या। रामनवमी मेले को लेकर सुरक्षातंत्र ने पुख्ता तैयारी की है। निगरानी के लिए मेला क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिस कर्मियों के साथ खुफिया एजेंसियां भी जिम्मेदारी संभाल रही हैं। कोरोना संक्रमण की रफ्तार नियंत्रित होने तथा राममंदिर निर्माण की बेला में इस बार अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना की सुरक्षा एवं निगरानी की व्यवस्था की गई है। आईजी रेंज केपी सिंह ने रामनगरी के आसपास के जिलों से भी समन्वय बना कर निगरानी के निर्देश जारी किये हैं।
वहीं रामनवमी मेले में सुरक्षा एवं निगरानी के लिए एक हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभालेंगे। श्रद्धालुओं के अधिक संख्या में आगमन को ²ष्टिगत रखते हुए इस बार उपलब्ध कराई गई पैरामिलिट्री फोर्स की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है। रामनगरी में भीड़ नियंत्रण के लिए जगह-जगह बैरियर लगाए गए हैं, जिसमें अधिकांश स्थानों पर यह कार्य पूरा कर लिया गया है।
वहीं गत दिनों रामनवमी मेला की तैयारी बैठक में मुख्यमंत्री से मिले दिशा-निर्देशों के आधार पर तय व्यवस्था में यह विस्तार देखने को मिलेगा। निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जाएगी। मेले में भीड़ बढ़ने पर पुराने सरयू पुल पर यातायात बंद करने का भी निर्णय लिया जाएगा। यह व्यवस्था अष्टमी एवं नवमी के दिन तय मानी जा रही है। जिले की सीमा से भारी वाहनों के डायवर्जन पर भी पुलिस- प्रशासन विचार कर रहा है।
वहीं मेला क्षेत्र में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती कर दी गई है, लेकिन अष्टमी एवं नवमी को सुरक्षा घेरा और भी सख्त दिखेगा। आरएएफ, एसएसबी के साथ बड़ी संख्या में पीएसी के जवान मोर्चा संभालेंगे। इस बार सात कंपनी पीएसी उपलब्ध कराई गई है। पिछले वर्षों में छह कंपनी पीएसी ही आती थी। सरयू नदी में होने वाले हादसों पर नियंत्रण के लिए राज्य आपदा मोचक बल की तैनाती की गई है। एसपी सिटी विजय पाल सिंह ने बताया कि उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में रामनवमी मेले को लेकर सुरक्षा एवं निगरानी के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।
वहीं भीड़ नियंत्रण एवं यातायात डायवर्जन की रूपरेखा भी तय की जा रही है। दस हजार से अधिक वाहनों के आने का अनुमान लगाते हुए इस बार पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। पहले नौ पार्किंग बनाई जाती थीं इस बार 14 पार्किंग बनाई जा रही हैं।