UP news
यूपी : कानपुर में बिना फिटनेस प्रमाणपत्र फर्राटा भर रहे वाहन, आरटीओ विभाग ने मालिकों को भेजा नोटिस
कानपुर। शहर में 20 हजार से ज्यादा अनफिट वाहन यमदूत बनकर सड़कों को रौंद रहे हैं। इनसे सबसे अधिक संख्या ई-रिक्शा की है। चिंता की बात है कि टेंपो, आटो और मैक्सी कैब के अलावा इनमें एंबुलेंस और स्कूली बसें भी शामिल हैं। इनसे यात्रियों, मरीजों और बच्चों की जान पर खतरा बना हुआ है। आरटीओ ने इन वाहन स्वामियों को नोटिस भेजा है।
वहीं कमर्शियल वाहनों को हर दो वर्ष में फिटनेस टेस्ट कराना होता है। कोरोना काल में फिटनेस टेस्ट के लिए 31 अक्टूबर तक की छूट दी गई थी। छूट की अवधि समाप्त होने के बाद भी बड़ी संख्या में वाहनों का फिटनेस टेस्ट नहीं कराया गया। इनमें सबसे अधिक संख्या ई-रिक्शा की है।
वहीं स्कूली बसों में सफर कर रहे बच्चे कभी भी दुर्घटना का शिकार हो सकते है। आरटीओ में 618 स्कूली बसें पंजीकृत हैं, इनमें से 337 वाहनों के मालिकों को जनवरी में नोटिस भेजी गई थी। 29 स्कूली बसों के मालिकों ने अभी तक फिटनेस टेस्ट नहीं कराया है। अब सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन ने स्कूली बसों, एंबुलेंस सहित अन्य वाहनों को नोटिस भेजी है।
बता दें कि वहीं सुधीर कुमार वर्मा, एआरटीओ, प्रशासन ने बताया कि बिना फिटनेस के वाहनों का परिचालन नहीं हो सकता। हर दो वर्ष में कामर्शियल वाहनों का फिटनेस टेस्ट जरूरी है। अनफिट वाहनों के मालिकों को नोटिस भेजी गई है। ऐसे वाहनों को सीज किया जाएगा, जुर्माना भी वसूला जाएगा।