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यूपी : वाराणसी में दो लाख किलो क्षमता के सीएनजी स्टेशन हुआ तैयार।

यूपी : वाराणसी में दो लाख किलो क्षमता के सीएनजी स्टेशन हुआ तैयार।

                           Vinit Jaishwal City Reporter

वाराणसी। काशी में गैस अथारिटी आफ इंडिया ने वाहनों और नावों में सीएनजी की आपूर्ति को लेकर दो से तीन दशक तक की तैयारी कर ली है। शहर में कुल 16 सीएनजी स्टेशन हैं जिसकी क्षमता दो लाख किलोग्राम की है। वर्तमान में वाहनों के लिए प्रतिदिन जहां 40 हजार किलोग्राम सीएनजी बिक रही है। 

वहीं, गंगा में नमो घाट पर स्थित फ्लाेटिंग स्टेशन से 700 किलोग्राम सीएनजी बेची जा रही है। बता दें कि शहर में सीएनजी वाहन 10 हजार और नावें 371 हैं। जबकि कुल नावों की संख्या 1200 है जिसे सीएनजी में तब्दील करने की प्रक्रिया लगातार जारी है।

बता दें कि काशी में सीएनजी का आगमन अप्रैल-2018 में हुआ। इस दौरान वाहनों से लेकर सभी नावें डीजल और पेट्रोल पर चलती थीं लेकिन आज स्थितियां बदली हैं। इतने सालों में वाहनों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई लेकिन सीएनजी आधारित वाहनों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इसमें नए से लेकर पुराने वाहन भी शामिल हैं। बढ़ती संख्या को देखते हुए ही गैस अथारिटी आफ इंडिया यानी गेल ने 16 सीएनजी स्टेशन तैयार किए हैं, जिसकी रोजाना की क्षमता दो लाख किलोग्राम है।

वहीं दूसरी ओर नमो घाट (खिड़किया) पर दो सीएनजी स्टेशन हैं। एक गंगा में नावों के लिए फ्लाेटिंग स्टेशन है। दूसरा गंगा के किनारे ऊपर ही वाहनों के लिए बनाया गया है। फ्लोटिंग की क्षमता जहां 12 हजार किलोग्राम की है वहीं ऊपर के सीएनजी स्टेशन का 10 हजार किलोग्राम प्रतिदिन है। दरअसल, एक नाव में 10 किलो सीएनजी दिया जाता है। इतने में नाव तीन दिन चलती है। घाटों पर निर्माण कार्य अभी जारी है ऐसे में कभी-कभी कार्य के चलते सीएनजी आपूर्ति कुछ समय के लिए रोकना पड़ता है।

बता दें कि वहीं गौरीशंकर मिश्र, डीजीएम, गेल ने कहा कि काशी में दो लाख क्षमता के सीएनजी स्टेशन तैयार कर लिए गए हैं। अभी रोजाना 40 हजार ही सीएनजी बिक रही है। सीएनजी आपूर्ति को लेकर 20 से 30 साल के लिए तैयारी की जा रही है।