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यूपी : वाराणसी के काष्ठ शिल्पियों को मिला एक हजार श्रीराम दरबार का आर्डर।

यूपी : वाराणसी के काष्ठ शिल्पियों को मिला एक हजार श्रीराम दरबार का आर्डर।

                           Vinit Jaishwal City Reporter

वाराणसी। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण शुरू होने के बाद से पर्यटकों की संख्या में तेजी से बढ़ोरती हुई है। इससे काशी के हुनरमंद कारीगरों की लकड़ी पर उकेरे गए राम दरबार की मांग बढ़ गई है। अभी तक एक हजार राम दरबार का आर्डर मिल चुका है। शिव की नगरी काशी में अयोध्या के रामदरबार की मूर्तियों को गुलर की लकड़ी पर उकेरा जा रहा है।

वहीं राम की नगरी अयोध्या और शिव की नगरी काशी का धार्मिक संबंध पहले से रहा है। अब काशी और अयोध्या का व्यावसायिक संबंध भी बन रहा है। वाराणसी के लकड़ी खिलौने उद्योग में अब राम दरबार बहुत तेजी से बनने लगा है। लकड़ी खिलौना उद्योग से जुड़े बिहारी लाल अग्रवाल बताते हैं कि काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण और अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास के बाद पर्यटकों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। 

वहीं अकेले हमारे यहां 500 राम दरबार की मांग हुई है। इसके बनाने के लिए 50 महिला कारीगरों को काम मिला है। राम दरबार की कीमत एक हजार से 55 हजार रुपये तक रखी गई हैं। राम दरबार में राम, सीता व लक्ष्मण के साथ हनुमान, ब्रह्मा और शिव को स्थान दिया गया है। इसकी मांग दक्षिण भारत के साथ महाराष्ट्र से सबसे अधिक की जा रही है।

वहीं वाराणसी जिला उद्योग के उपायुक्त वीरेंद्र कुमार ने बताया कि वाराणसी के लकड़ी उद्योग को काफी आर्डर मिल रहे हैं। राम दरबार की मांग ज्यादा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीआई और ओडीओपी उत्पादों को उपहार में देने के अपील के बाद से बनारस के लकड़ी खिलौना उद्योग को काफी लाभ मिला है।

वहीं राम की नगरी अयोध्या और शिव की नगरी काशी का धार्मिक संबंध पहले से रहा है। अब काशी और अयोध्या का व्यावसायिक संबंध भी बन रहा है। वाराणसी के लकड़ी खिलौने उद्योग में अब राम दरबार की मूर्तियां भी बन रही हैं। लकड़ी खिलौना उद्योग से जुड़े अमर अग्रवाल और बिहारी लाल अग्रवाल ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण और अयोध्या में राम मन्दिर के शिलान्यास के बाद पर्यटकों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ रही है। इससे लकड़ी के खिलौना उद्योग को काफी मदद मिली है। कोरोना के बावजूद अगले एक साल तक के लिए ऑर्डर मिल चुका है।