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यूपी : वाराणसी शहर के 63 तालाब बनेंगे पिकनिक स्पाट, वहीं बच्चों को खेलने के लिए बनेगा ओपेन जिम।
वाराणसी। शहर के 63 तालाबों का जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण किया जाएगा। योजना के अनुसार इन स्थानों पर पिकनिक स्पाट का विकास किया जाएगा। सरकार की इस मंशा पर तेज कदम बढ़ाते हुए स्मार्ट सिटी ने अब तक 25 तालाबों को प्राथमिकता में रखा है। इसमें कुछ कुंड व तालाबों का कार्य वाराणसी विकास प्राधिकरण भी करा रहा है।
वहीं अब तक पांच कुंड-तालाब सरकार की मंशानुसार विकसित हो चुके हैं जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकार्पित कर दिया है। योजना के तहत कुंड व तालाबों के किनारे पक्के सुंदर घाट बनाए जाएंगे। इससे पहले जलखाते की सफाई की जाएगी। रात को रोशनी के लिए हेरिटेज लाइट लगाई जाएंगी। किनारे पार्क बनाया जाएगा। बच्चों को खेलने के लिए ओपेन जिम बनेगा तो फूड कोर्ट की स्थापना की जाएगी। यूं समझें कि पिकनिक के लिए बेहतर स्थान तैयार किया जाएगा।
वहीं नगरीय क्षेत्रों में कुंड व तालाबों से कब्जा हटाया जाएगा। उनके पुराने स्वरूप में लौटाया जाएगा। नगर निगम प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। तालाबों की सूची नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने तलब की है। इसमें शिवपुर पंचक्रोशी तालाब, रानी ताल, मोती झील, पांडेयपुर तालाब आदि प्रमुख नाम हैं। इन तालाबों पर कब्जा इस कदर हो गया है कि आधा क्षेत्रफल भी नहीं बचा है। शिवपुर स्थित पंचक्रोशी तालाब का पूरा वजूद ही खत्म होने पर है।
वहीं इस तालाब पर करीब छह साल पहले नगर निगम ने बुलडोजर चलाया था। जो भी निर्माण हुए थे उसे गिराया था। मशीन से खोदाई भी शुरू की थी। 10 दिन तक खोदाई हुई लेकिन बाद में अचानक कार्य रुक गया। मौके पर नगर निगम का बोर्ड लगा है, इसके बाद भी तालाब की जमीन की खरीद-बिक्री जारी है। न कोई रोकने वाला और न ही कोई टोकने वाला। तालाब का वजूद धीरे-धीरे खत्म होने जा रहा है। ऐसे ही महमूरगंज स्थित मोती झील व शिवपुर स्थित रानी ताल का भी हाल है। किनारे से कब्जा होता जा रहा है। जलखाता का दायरा सिमटा जा रहा है।
वहीं दूसरी तरफ़ बात पांडेयपुर तालाब की करें तो इसके जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण के लिए चार साल पहले करीब आठ करोड़ रुपये का बजट निर्गत हुआ। अंग्रेजी के आठ अंक की तरह तालाब को पिकनिक स्पाट बनाना है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने डीपीआर तैयार की है। कब्जे के कारण अब तक योजना धरातल पर नहीं उतर सकी है।