बागपत । जिले (water hazard) में आने वाले समय में पानी के संकट (water hazard) को डार्क जोन में दृष्टिगत रखते हुए अटल भूजल की बैठक में जिलाधिकारी राजकमल यादव ने बुढ़ेडा के नाले को चिन्हित किया है।
जिससे के पानी के स्तर को बढ़ाए जाने का एक बड़ा निर्णय है।
अपने दायित्वों का निर्भन कर रहे हैं। जनपद के लिए तालाबों का पुनर्जीवित नदियों का पुनर्जीवित होना जिलाधिकारी के मिशन कार्य में से एक है। चोक पड़े, समतलीकरण तालाबों को पुनर्जीवित करना है और बुढ़ेडा नाला के माध्यम से आने वाले बरसात के समय में हिंडन नदी को रिचार्ज करना है।
जिससे आसपास के गांव को इसका लाभ प्राप्त होगा और किसानों को सिंचाई करने के लिए अवसर भी प्राप्त होंगे। बुढ़ेडा नाला हिंडन नदी से जाकर मिलता है जो वर्तमान में कुछ स्थानों पर साफ सफाई ना होने के कारण चोक हो गया है जिसमें काफी झाड़ झंकार भी है और कुछ स्थानों पर लोगों ने अवैध कब्जा भी कर रखा है।
इस नाले को और आसपास के तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य मिशन अभियान के रूप में जिलाधिकारी राजकमल यादव के नेतृत्व में सजल बागपत अभियान के नाम से चलाया जायेगा । जो बरसात आने से पूर्व ही पूर्ण कर लिया जाएगा।
नाले की खुदाई से कम से कम 20 किलोमीटर लंबी वाटर रेंज मिलेगी जिससे बरसात के समय में जनपद में एक अच्छा जल संरक्षण कर सकेंगे । जिसमें जगह जगह से आवागमन का भी रास्ता भी दिया जाएगा और इस नाले के माध्यम से 15 से 20 गांवों के किसानों को सिंचाई करने के भी अवसर प्राप्त होंगे।
बताया गया है कि बुढ़ेडा नाले, तालाबों की खुदाई का कार्य व उनकी साफ सफाई जन सहयोग के माध्यम से और जिला प्रशासन द्वारा क्रिटिकल गैप से की जायेगी जिससे जिन गांवो से बुढ़ेडा नाला होकर निकलता है उन गांवों के तालाबों का भी जीर्णोद्धार होगा ।