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लखनऊ : मोहनलालगंज में गौशाला केंद्र का जिलाधिकारी ने किया औचक निरीक्षण

लखनऊ : मोहनलालगंज में गौशाला केंद्र का जिलाधिकारी ने किया औचक निरीक्षण





लखनऊ । निराश्रित गौवंश के लिए आश्रय केंद्रों की व्यवस्थाओं के भौतिक सत्यापन के लिए शनिवार को जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने तहसील मोहनलालगंज स्थित गौरा गौआश्रय केंद्र में जाकर वहां की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा ज़िलाधिकारी को बताया गया कि उक्त आश्रय केंद्र में कुल 325 गोवंश है।जिनमें 240 मादा व 85 नर गोवंश वर्तमान समय में संरक्षित है। जोकि 4 शेल्टरों में आवासित है। नर व मादा गौवंशों के लिए अलग-अलग शेल्टरों की व्यवस्था की गई है।


 जिलाधिकारी श्री प्रकाश ने प्रत्येक शेल्टर में जाकर चारे का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण में चारे की गुणवत्ता संतोषजनक व उचित पेयजल व्यवस्था पाई गई। निरीक्षण के दौरान उन्हें यह भी ज्ञात हुआ कि गोवंशों को खाने के लिए हरा चारा, गुड़ व खीरा उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही सोलर पम्प द्वारा ठंडा पेयजल भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

निरीक्षण के दौरान आश्रय केंद्र के प्रभारी ने जिलाधिकारी श्री प्रकाश को बताया कि प्रतिदिन गोबर का उठान जेसीबी मशीन के द्वारा किया जाता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कम्पोस्ट के लिए खाद पिट का भी निर्माण किया गया है। ताकि गोबर का निस्तारण किया जा सके। उक्त गोबर से कम्पोस्ट खाद बनाकर हरे चारे की बोआई में प्रयोग किया जाता है। जिसके बाद जिलाधिकारी ने भूसा बैंक का भी निरीक्षण किया। गोदाम में पर्याप्त मात्रा में भूसा पाया गया। प्रभारी ने बताया कि आश्रय केंद्र में पशुओं की चिकित्सा के लिए एक पशु चिकित्सक व दिन व रात में ड्यूटी के लिये 4-4 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। निरीक्षण में परिसर व गोवंश शेल्टरों में पर्याप्त सफाई पाई गई।




 जिलाधिकारी ने मेन गेट पर उपस्थित एंट्री रजिस्टर का भी निरीक्षण किया, और निर्देश दिया कि बिना एंट्री किये हुए किसी को भी आश्रय केंद्र में प्रवेश न दिया जाए। साथ ही यह भी निर्देश दिया कि गर्मी के मौसम के दृष्टिगत सभी आश्रय केंद्रों में शेड की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए।


उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि गौआश्रय केंद्रों में वृहद वृक्षारोपण कर पीपल, पाकड़, नीम आदि के पौधे लगाना सुनिश्चित किया जाए। ताकि भाविष्य में पौधे बड़े होकर गौवंशो को छाया प्रदान करे। ज़िलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि रोपित किये गए पौधों को ट्री गार्ड आदि के द्वारा सुरक्षित किया जाए। ज़िलाधिकारी ने बताया कि जनपद में लगभग 30 हज़ार गौवंश पशुआश्रय केंद्रों में संरक्षित है। जिसका और भी विस्तार किया जा रहा है।


 साथ ही साथ लगभग 5 हजार गौवंशो को सहभागिता योजना के अंतर्गत लोगों को दिया गया है। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, तहसीलदार मोहनलालगंज व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।