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यूपी : छह मई को भी वाराणसी में पेट्रोल और डीजल का भाव रहा स्थिर।
वाराणसी। आज शुक्रवार को लगातार 30वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी नहीं हुई। जबकि मई माह के पहले दिन कमर्शियल रसोई गैस के दामों में 102 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है। शहर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार स्थिरता बनी हुई है। पेट्रो कीमतों को लेकर इन दिनों जनता को राहत महसूस हो रही है। 6 मई के दिन भी कीमतें लगातार 30 वें दिन भी स्थिर रहीं।
वहीं आम आदमी के लिए एक और दिन महंगाई से राहत भरा रहा। तेल कंपनियां बीते 30 दिन से कीमतें नहीं बढ़ा रही हैं। इसके पूर्व भी धीरे धीरे पखवारे भर में कीमतों में लगभग दस रुपये प्रति लीटर से ज्यादा का बोझ आम जनता पर पड़ गया था। तेल कंपनियों की यह खामोशी आम आदमी के लिए राहतभरी भले मानी जा रही हो लेकिन आगे कीमतों में इजाफा तय है।
वहीं सूबे में लगातार 30 दिन से पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रहने से लोगों को राहत महसूस हो रही है। पेट्रो उत्पादों की कीमतों में लंबे समय से बदलाव न होने से लोगों की चिंता अब भी कीमतों में कभी भी इजाफा होने को लेकर बरकरार है। लोगों को चिंता यह भी है कि कहीं कीमतें एक साथ बढ़ीं तो जेब पर कीमतें कहीं भारी न पड़ जाएं। यूपी में पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर लोग सुबह घर से निकलने से पूर्व इन दिनों बेचैन हो जा रहे हैं।
वहीं बीते माह छह अप्रैल के बाद से तेल की महंगाई से समय अब राहत भरा रहा है। शुक्रवार को लगातार 30 वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दामों में इजाफा नहीं हुआ है। वाराणसी में पेट्रोल डीजल की कीमतें पखवारे भर से अधिक समय से वैसे ही बने होने से मई माह की शुरुआत होने के साथ ही उपभोक्ताओं की नजर पेट्रो कीमतों पर निरंतर लगी हुई हैं। कीमतों में और इजाफा हुआ तो माल भाड़े में भी इजाफा होना तय माना जा रहा है। इसकी वजह से वस्तुओं के साथ ही अन्य उत्पादों की कीमतों में इजाफा होना तय है।
वहीं दूसरी तरफ़ देश में सरकारी तेल कंपनियों की ओर से लगातार पेट्रोल डीजल की कीमतों में पखवारे भर से अधिक समय से बदलाव नहीं किया जा रहा है। वाराणसी के लिहाज से बुधवार को लगातार 28 वें दिन भी पेट्रोल डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं होने से आम जनता ने राहत महसूस की है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद से एमएलसी चुनाव के बीच पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा था।
वहीं पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से फुटकर में पेट्रोल और डीजल की दरों में वृद्धि शुरू होने के बाद चिंता बढ़ रही थी। सरकार भी महंगाई से मुकाबले के लिए इनकी कीमतों में सुस्त इजाफा कर रही है ताकि पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट का में अधिक बढ़ोतरी न हो। छह अप्रैल को 80 पैसे प्रति लीटर वृद्धि संग पेट्रोल 106.06 और डीजल 97.63 रुपये प्रतिलीटर तक हो गया था। प्रीमियम रेंज में पेट्रोल 110.25 और प्रीमियम रेंज डीजल 100.95 रुपये प्रति लीटर है।
वहीं पेट्रोल-डीजल की महंगाई की मार से मुक्त उपभोक्ता सीएनजी -पीएनजी के लगातार बढ़ते दाम के चलते बेबस अनुभव करने लगे हैं। बीते पखवारे भर में वाराणसी में सीएनजी 8.60 रुपये और पीएनजी घरेलू की कीमतें सात रुपये महंगी हो गई हैं। उपभोक्ताओं की के मुताबिक पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम की तरह गैसों की महंगाई से लगातार जूझना पड़ रहा है। एक अप्रैल के बाद से अभी तक सीएनजी और पीएनजी घरेलू की कीमतों में दो बार इजाफा हो चुका है।
वहीं इस साल कई बार घरेलू एलपीजी सिलेंडर के भाव बढ़ने के बद इस बार वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की बारी आई है। अप्रैल माह में कामर्शियल गैस सिलेंडर का भाव जहां 2410 रुपये था वहीं इस माह से बढ़कर 2512.50 रुपये हो गया है।