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यूपी : सोनभद्र में बालिका ने वधू बनने से किया इन्कार, वहीं जबरन विवाह की शिकायत पर प्रशासन ने की कार्रवाई।
सोनभद्र। बभनी में अक्षय तृतीया के मौके पर नाबालिग की शादी करने का मामला सामने आया है। पूर्व में ही जिले में बाल विवाह की घटनाओं को देखते हुए प्रशासन सख्त रहा है। ऐसे में अक्षय तृतीया के मौके पर होने वाली शादियों को लेकर शासन और प्रशासन काफी निगरानी रख रहा था। वहीं मंगलवार को नाबालिग की शादी की जानकारी सामने आने के बाद प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर विवाह को रोकते हुए नाबालिग को लेकर चाइल्ड लाइन को सौंप दिया।
वहीं सोनभद्र के बभनी में महज सोलह साल की बेटी के हाथ पीले करने जा रहे एक पिता की प्रशासन से शिकायत के बाद टीम सक्रिय हुई। प्रशासन के अनुसार बरात की तैयारी चल रही थी। घर के बगल ही विवाह के लिए पकवान बनाए जा रहे थे। नाबालिग लडकी को हल्दी लग चुकी थी। लेकिन बाल विवाह की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस सहित जिला प्रोबेशन अधिकारी की टीम गांव में धमक पड़ी और नाबालिग को चाइल्ड लाइन सोनभद्र भेज दिया गया।
वहीं जानकारी के अनुसार मचाबंध्वा निवासी अर्चना (काल्पनिक) की बरात आने वाली थी। टेंट पंडाल से घर को सजाया जा रहा था और घर पर शादी की तैयारियां जोर शोर से चल रही थींं। लेकिन, बरात आने से पहले ही नाबालिग लड़की ने घटना की सूचना दूरभाष से जिला प्रोबेशन अधिकारी साधना मिश्रा को दे दिया। मंगलवार की दोपहर जिला प्रोबेशन अधिकारी के नेतृत्व में गांव में पहुंची और नाबालिक के बाल विवाह को रोक दिया और नाबालिग को अपने साथ लेकर चली गई।
वहीं प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस से जिला प्रोबेशन अधिकारी के सहयोग से उक्त लड़की को चाइल्ड लाइन को सुपुर्द कर दिया। वहीं नाबालिग लड़की की पहल पर हुए इस प्रयास को लेकर हर जगह प्रशंसा हो रही है। सोनभद्र जनपद के आखिरी छोर पर स्थित बभनी थाना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बाल विवाह होते हैंं।
वहीं अशिक्षा और गांव में तेजी से चल रहे दहेज प्रथा के कारण आम लोग अब जल्द से जल्द बाल विवाह के साथ ही बेमेल शादी कर अपने कर्तव्य की इति श्री कर लेते हैंं। ग्रामीण अंचल में बाल विवाह रोकने के लिए जिस तरह से उक्त नाबालिग लडकी ने कदम उठाया उसकी प्रबुद्ध वर्ग प्रशंसा कर रहा है।