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योगी सरकार के सख्त कार्रवाई , प्रदेश के 38 स्कूलों की मान्यता रद्द , जानिए क्या हैं वजह
Lucknow 38 School Registration Cancelled: उत्तर प्रदेश में स्कूलों की मनमानी और नियमों की अनदेखी अब उन पर भारी पड़ गई है. दरअसल, लखनऊ (Lucknow) के जिला विद्यालय निरीक्षक ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 38 स्कूलों की मान्यता रद्द करने की तैयारी कर ली है.
लखनऊ के करीब तीन दर्जन स्कूलों ने 100 दिन बीत जाने के बाद भी रिसोर्स मैपिंग की जानकारी को पोर्टल की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किया. इसके अलावा, पोर्टल पर स्कूल की वेबसाइट, वेब पेज और स्टूडेंट्स की ई-मेल आईडी की डिटेल भी अपलोड नहीं की गई. अब इन स्कूलों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है.
DIOS लखनऊ ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद को एक चिट्ठी लिखकर इन सभी 38 स्कूलों की मान्यता रद्द करने को कहा है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक डा. अमर कांत सिंह ने कहा कि इन सभी स्कूलों से कहा गया था कि वे अपने स्कूलों की जानकारियों को मुहैया कराएं. हालांकि, उन्होंने लापरवाही दिखाते हुए ऐसा नहीं किया. जानकारी को माध्यमिक शिक्षा परिषद की पोर्टल पर 26 मई तक जमा करना था. लेकिन स्कूल ऐसा करने में विफल रहे. इसके लिए कई बार तारीखों को बढ़ाया भी गया, लेकिन फिर भी स्कूलों ने इसकी सुध नहीं ली. इसके बाद ही परिषद को कड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
सीएम की बातों पर भी नहीं किया गया गौर
यहां गौर करने वाली बात है कि इन स्कूलों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बातों का भी गौर नहीं किया. दरअसल, पिछले साल अक्टूबर में मुख्यमंत्री योगी ने ऐलान किया कि यदि निर्धारित इनकम से कम पर जीवन-बसर करने वाले परिवार में एक से अधिक बेटियां हैं. इनमें एक से अधिक बेटियां अगर किसी स्कूल, यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रही हैं, तो दूसरी बेटी की ट्यूशन फीस को माफ करना होगा. अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो उस संस्थान की प्रतिपूर्ति को जब्त कर लिया जाएगा.
वहीं, इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्कूलों से इस तरह की छात्राओं की डिटेल्स को मांगा था. लेकिन किसी भी संस्थान ने इस बारे में जानकारी को शेयर नहीं किया.