बांदा। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयुष मंत्रालय द्वारा जारी प्रोटोकाल के अनुपालन में अपर जनपद न्यायाधीश एफटीसी आसिफ इकबाल रिजवी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव कुंवर मित्र सिंह कुशवाहा के नेतृत्व में जिला कारागार में बंदियों, जेल स्टाफ, प्राविधिक स्वयं सेवकों, पैनल अधिवक्ताओं के साथ प्रातः 7:00 से 8:00 बजे तक अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम मनाया गया।
वहीं महिला बंदियों को भी योगाभ्यास कराया गया। योग प्रशिक्षक मृत्युंजय द्विवेदी एवं नकुल यादव पतंजलि युवा भारत एवं लोक कल्याण सेवा न्यास द्वारा योग कराया गया। योगाभ्यास के दौरान योग प्रशिक्षक ने योग के बारे में विस्तार से बताया कि योग करना हमारे जीवन में कितना लाभदायक होता है। उन्होंने बताया कि योग एक आत्मिक प्रक्रिया है, जिसमें मन और आत्मा को एक साथ लाने का काम होता है। योग शब्द तथा इसकी प्रक्रिया ध्यान से संबंधित है, योग शारीरिक व्यायाम के एक रूप के एक रूप में अपना एक अलग स्थान बनाया है और आज यह दुनिया भर में लोकप्रिय हो चुका है, जो मन और शरीर के बेहतर नियंत्रण और कल्याण को बढ़ाता है। उन्होंने बताया कि योग एक कला के साथ-साथ एक विज्ञान भी है, क्योंकि यह शरीर और मन को नियंत्रित करने के लिए व्यावहारिक तरीके प्रदान करता है। जिससे गहन ध्यान संभव है। जब तक योग नियमित न किया जाए तब तक योग के महत्व को नहीं जाना जा सकता।
योगाभ्यास के तत्पश्चात जिला कारागार परिसर में अपर जनपद न्यायाधीश, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव, जिला जेल अधीक्षक, उप जेल अधीक्षक द्वारा संयुक्त रुप से पौधरोपण किया गया। कारागार में बंदियों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता एवं भोजनालय गृह का निरीक्षण किया गया। जहां जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने कहा कि भोजनालय गृह का नियमित साफ-सफाई एवं बनाया जा रहा भोजन में शत प्रतिशत शुद्धता रखें।
उक्त अवसर पर जेल अधीक्षक नागेश सिंह, उप जेल अधीक्षक अमर सिंह, जेल विजिटर श्याम सुंदर सिंह, रश्मि अग्रवाल, किरण अग्रवाल, पैनल अधिवक्ता बृजेश सिंह, निर्मला यादव, अंकुश सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से धीरज त्रिपाठी, चंद्र प्रकाश तिवारी सहित जिला जेल के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।