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चंदौली : साहुपुरी बिजली उपकेंद्र से अघोषित कटौती की समस्याओं से जनता बेहाल, अफसरों को फर्क ही नहीं
चंदौली । जिले में दिनों दिन बिजली की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। जनता इन दिनों साहुपुरी के 220 के. वी. उपकेंद्र से कम वॉल्टेज, अघोषित बिजली कटौती की समस्याओं से जूझ रहे हैं। हालत यह है कि शिकायत करने पर न तो पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के स्थानीय और जिले स्तर के अफसर फोन उठाते हैं और न ही यूपीपीसीएल के टोल फ्री नंबर पर कोई सुनवाई होती है। ऐसे में बिजली कंपनी के खिलाफ लोगों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
भीषण गर्मी में दस-दस घंटे की अघोषित बिजली कटौती से क्षेत्रवासी हलकान हैं। चार-चार घंटे बिजली की रोस्टिंग और फिर ट्रांसफार्मरों पर क्षमता से अधिक भार के बहाने हर रोज दिन रात कटौती की जा रही है। भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती से लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही है। पेयजल संकट से जूझ रहे लोगों में विद्युत विभाग के अधिकारियों के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लोगों का कहना है कि यूपीसीएल के अधिकारियों के फोन नंबर स्विच ऑफ आते या उठाते नहीं है । जबकि टोल फ्री नंबर 1912 पर फाल्ट का रटारटाया जवाब दिया जाता है।
लोगों ने बताया कि कभी दोपहर में तो कभी रात को 1 से 3 घंटे तक की बिजली कटौती की जा रही है। जेई समेत एसडीओ आदि अधिकारी का नंबर स्विच ऑफ या नंबर नहीं लगता है। सीएम हेल्पलाइन में भी इसकी शिकायत कर चुके हैं। मगर समाधान नहीं हो रहा।
बिजली कंपनी के अफसर इन दिनों बेपरवाह होते जा रहे हैं। पड़ाव क्षेत्र के कई गांवों में लोगों की शिकायत है कि पिछले कई दिनों से कम वॉल्टेज की समस्या बरकार है वहीं वॉल्टेज की घट-बढ़ से लोगों के घरों में लगे उपकरण खराब हो रहे हैं। लेकिन फिर भी समस्याओं का निराकरण कराए जाने की ओर जिम्मेदार अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
अफसरों की मनमानी के चलते इन दिनों बिजली कंपनी कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर है। किसी भी इलाके में में ट्रांसफार्मर में फॉल्ट होने, वॉल्टेज की घट-बढ़, तार टूटने सहित अन्य समस्या आने पर क्षेत्रीय कर्मचारियों को रुपये देने के बाद ही उस समस्या का समाधान होता है। वहीं रुपये लेने के बाद भी कर्मचारी समय पर उस समस्या का निराकरण करने में भी देरी करते हैं।
आपको बता दें कि चंदासी विद्युत उपकेंद्र के अंतर्गत पडाव एसडीओ से स्थानीय उपभोक्ताओं ने अघोषित कटौती के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए संपर्क करने की कोशिश किया तो जिम्मेदार एसडीओ समेत साहुपुरी उपकेंद्र के आलाधिकारी व कर्मचारी के सरकारी फ़ोन नंबरों पर कॉल की गई। तो अफसर फोन रिसीव करना भी जरूरी नहीं समझते।
अघोषित बिजली कटौती के विषय में सफाई देते हुए ई. डी. चन्दौली से शिकायतकर्ता को फ़ोन कॉल के जरिए संपर्क पर बताया कि कटौती के लिए शासनादेश कोई प्राप्त नहीं है। क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति में भीषण गर्मी के दौरान पूरी तरह आपूर्ति की जा रही है। इस बारे में ई. डी. चंदौली ने अघोषित बिजली कटौती और अधिकारियो के फोन न रिसीव करने के मनमाने रवैया पर एक्ससीएन चन्दौली को फोन के माध्यम से एसडीओ समेत कई विद्युत अधिकारी व कर्मचारी को सस्पेंड करने की चेतावानी भी दी. जिसपर XCN ने शिकायतकर्ता से संपर्क कर उन्हें ही उल्टा ही दोषी करार ठहराने की कोशिश की। जिस पर मौजूदा कॉल की बातचीत का ऑडियो रिकॉर्डिंग पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी समेत लखनऊ विद्युत मंत्री के पास ख़बर लिखे जानें तक भेजी जा रही है।
लेकिन सवाल यह उठता है कि जब 24 घंटे में क्षेत्र के निवासियों को मुश्किल से 10 से 12 घंटे भी बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में उपभोक्ता भीषण गर्मी में बिना बिजली जीने को मजबूर हो रहे हैं। तो अघोषित बिजली कटौती कर साहूपुरी उपकेंद्र द्वारा किन क्षेत्रों में बेची जा रहीं हैं।
ऐसे में उपभोक्ताओं को बिजली संबंधी समस्या का निराकरण कराए जाने के लिए इधर से उधर भटकना पड़ता है। हालांकि जनपद में व्याप्त बिजली की समस्या को लेकर कई बार स्थानीय लोगों ने विद्युत कटौती मामले की शिकायत थी । लेकिन इस ओर किसी ज़िम्मेदार का ध्यान नहीं है।