गोंडा: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का शुभारंभ किया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा यह कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया। जिसमें 195 जोड़ों ने पंजीकरण कराया था। विवाह में दो विधायक और एक ब्लाक प्रमुख शामिल रहे।
वही इस कार्यक्रम में 5 विधायक और 15 प्रमुख नदारत रहें। जबकि सरकार का आदेश है की सभी विधानसभा के विधायक और प्रमुख की मौजूदगी होनी चाहिए।
मुख्यालय के पैराडाइज मैरेज हॉल में कार्यक्रम किया गया था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री रहे। कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, गौरा विधायक प्रभात वर्मा,गोंडा सांसद के प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्र,ब्लाक प्रमुख छपिया नीलू पासवान मौजूद रहें।
शादी के लिए 12 जोड़ों ने किया था आवेदन
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 195 जोड़ों ने पंजीकरण कराया था। जिसमें से 152 जोड़े ही शामिल हुए। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय के 12 जोड़ों ने पंजीकरण कराया था। लेकिन केवल 7 जोड़े सादी में शामिल हुए। विकास खंड रुपईडीह से 6,विकास खंड इटियाथोक से 1,विकास खंड बभनजोत से 10,विकास खंड बेलसर से 5,विकास खंड कर्नलगंज से 5,विकास खंड कटरा से 5,विकास खंड मुजेहना से 15,विकास खंड मनकापुर से 4,विकास खंड हलधर मऊ से 2,विकास खंड पड़री कृपाल से 6,विकास खंड परसपुर से 15,विकास खंड छपिया से 2,विकास खंड वजीरगंज से 16,विकास खंड तरबगंज से 14,विकास खंड नवाबगंज से 36,विकास खंड झंझरी से 3 जोड़े सामूहिक विवाह में शामिल हुए।
विवाह के लिए 51 हजार का मिलता है अनुदान- सामूहिक विवाह के लिए सरकार द्वारा 51 हजार रूपये का अनुदान दिया जाता है। जिसमें 35 हजार रुपये कन्या के खाते में भेजा जाता है। दस हजार रूपये का पायल बिछुवा,बर्तन व कपड़ा व अन्य सामान दिया जाता है। प्रति जोड़े से 6 हजार रूपये विवाह कार्यक्रम में खर्च किया जाता है। विवाह में शामिल हुई राजकुमारी ने बताया कि उसके मां बाप नहीं हैं। भाई परवरिस करते थे।