Headlines
Loading...
यूपी विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद पहली बार राजधानी आएंगी प्रियंका गांधी , चुनाव में मिली हार पर करेंगी मंथन

यूपी विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद पहली बार राजधानी आएंगी प्रियंका गांधी , चुनाव में मिली हार पर करेंगी मंथन

लखनऊ । पार्टी के हाल पर राजस्थान में देशभर के चुनिंदा नेताओं के साथ चिंतन-मनन कर चुकी कांग्रेस का अगला पड़ाव उत्तर प्रदेश है।

यहां दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय चिंतन शिविर बुधवार को शुरू होगा। इसमें राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा विधानसभा चुनाव में करारी हार की समीक्षा के साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी को मजबूत करने पर मंथन करेंगी। विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद प्रियंका पहली बार प्रदेश मुख्यालय पहुंच रही हैं।

हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पार्टी के लिए उससे भी बड़ा चिंता का विषय यह है कि बतौर प्रभारी प्रदेश संगठन और चुनाव अभियान की कमान प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा संभाले जाने के बावजूद 403 विधानसभा सीटों वाले राज्य में कांग्रेस दो ही सीट जीत पाई, जबकि 2017 के चुनाव में सात विधायक जीते थे।

यूपी विधानसभा चुनाव में इस करारी हार के बाद दिल्ली में समीक्षा हो चुकी है। खुद भी चुनाव हारे अजय कुमार लल्लू को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया। उसके बाद पिछले दिनों राजस्थान के उदयपुर में राष्ट्रीय चिंतन शिविर में देशभर में पार्टी की स्थिति पर विचार-मंथन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका भी उपस्थित रहीं। उसी तर्ज पर अब प्रियंका उत्तर प्रदेश में चिंतन शिविर आयोजित कर रही हैं। इसके लिए बुधवार को उनका लखनऊ आगमन लगभग 11 बजे प्रस्तावित है।

पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में प्रियंका यूपी के राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेश पदाधिकारी, सभी फ्रंटल संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष, 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी और 2022 के विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों के साथ दो दिन तक बैठक करेंगी। बताया गया है कि वह विधानसभा चुनाव में मिली हार के कारणों की समीक्षा करेंगी।

प्रियंका गांधी वाड्रा राष्ट्रीय चिंतन शिविर के निष्कर्षों को प्रदेश के नेताओं के साथ साझा करेंगी। इसके अलावा छोटे-छोटे समूह बनाकर अलग-अलग चर्चा कर संगठन को मजबूत करने के संबंध में सुझाव लेंगी। लल्लू के बाद किसी नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हुई है, इसलिए उम्मीद है कि अध्यक्ष को लेकर भी प्रियंका कुछ संभावित नामों पर चर्चा कर सकती हैं।