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वाराणसी : डग्गामार वाहनों के विरुद्ध रोडवेज कर्मियों का फूटा गुस्सा , सड़क पर उतरे

वाराणसी : डग्गामार वाहनों के विरुद्ध रोडवेज कर्मियों का फूटा गुस्सा , सड़क पर उतरे


वाराणसी । पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे डग्‍गामारी का अवैध कारोबार लगातार जारी रहने के बीच आखिरकार रोडवेज कर्मियों के रोष के रूप में सामने आया है।

डग्‍गेमार सवारियों को रोडवेज के पास से उठा लेते हैं और रोडवेज बसें खाली जाती हैं।

डग्‍गामारी से विभाग को खूब चपत लग रही है और निजी कारोबारी मालामाल हो रहे हैं। इस मामले में कोई ठोस कदम न उठाया जाना किसी मिलीभगत की ओर ही इशारा करता रहा है। इससे आजिज आकर शुक्रवार को रोडवेज कर्मचारियों की ओर से धरना प्रदर्शन कर उसे खत्‍म करने की मांग की गई।

कैंट स्टेशन और रोडवेज के इर्द गिर्द संचालित डग्गामार वाहनों के विरुद्ध शुक्रवार को सुबह रोडवेज कर्मचारियों का गुस्सा फूट पड़ा। सड़क पर उतरे चालक और परिचालकों ने बसों को खड़ी कर जाम लगा दिया। इस दौरान क्षेत्र में लगभग एक घंटे तक आवागमन बाधित रहा। मौके पर पहुंचे सिगरा थाना प्रभारी निरीक्षक धनंजय पांडेय ने कर्मचारियों को समझा बुझाकर शांत कराया। जिम्मेदार के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन देकर चक्का जाम मुक्त कराया।

मिली जानकारी के अनुसार कैंट डिपो के समीप सुबह रोडवेज बस और एक आटो में हल्की टक्कर हो गई थी। मामला पुलिस चौकी तक पहुंचा। जहां थोड़ी देर बाद विषय ही बदल गया। क्षेत्र में डग्गामारी के मुद्दे पर सिपाही और रोडवेज कर्मचारी में बहस छिड़ गई। सिपाहियों के व्यवहार से अक्रोषित कर्मचारी सड़क पर उतर गए।

मुख्य प्रवेश द्वार पर गाड़िया लगाकर चक्का जाम कर दिया। सुबह 7.20 बजे से लेकर 8.15 बजे तक क्षेत्र में आवागमन बाधित रहा। मौके पर पहुंचे सिगरा थाना प्रभारी निरीक्षक धनंजय पांडेय और इम्प्लाइज यूनियन के बीच वार्ता हुई। विभिन्न मुद्दों पर सहमति बनने के बाद चक्का जाम समाप्त हुआ। प्रदर्शन में मुख्य रूप से रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष इंद्रेश मिश्रा, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, क्षेत्रीय मंत्री मुमताज अहमद, शिव सिंह, संजय प्रेमी मौजूद रहे।