Headlines
Loading...
सरकारी स्कीम में डबल हों जायेगा आपका पैसा , निवेश भी पूरी तरह सुरक्षित

सरकारी स्कीम में डबल हों जायेगा आपका पैसा , निवेश भी पूरी तरह सुरक्षित



अगर आप आने वाले दिनों में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम्स (Saving Schemes) में कर सकते हैं. इन स्कीम्स में आपको अच्छा रिटर्न तो मिलता ही है.


साथ में, इसमें निवेश (Investment) किया गया पैसा भी पूरी तरह सुरक्षित रहता है. अगर बैंक डिफॉल्ट (Bank Default) होता है, तो आपको पांच लाख रुपये की ही राशि वापस मिलती है. लेकिन डाकघर (Post Office) में ऐसा नहीं है. इसके अलावा पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम्स में बेहद कम राशि से निवेश शुरू किया जा सकता है. पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स में किसान विकास पत्र (KVP) भी शामिल है. आइए इस स्कीम के बारे में डिटेल में जानते हैं.


पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र स्कीम में मौजूदा समय में 6.9 फीसदी की ब्याज दर मौजूद है. इस स्कीम में ब्याज को सालाना आधार पर कंपाउंड किया जाता है. यह ब्याज दर 1 अप्रैल 2020 से लागू है. स्कीम में राशि 124 महीने यानी 10 साल और 4 महीने में दोगुनी हो जाती है.


किसान विकास पत्र में व्यक्ति को कम से कम 1,000 रुपये का निवेश करना होगा. इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम में व्यक्ति को 100 रुपये के मल्टीपल में निवेश करना होगा. इस सरकारी स्कीम में निवेश की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की गई है.


पोस्ट ऑफिस की किसान विकास पत्र स्कीम में एक वयस्क या तीन वयस्क तक साथ मिलकर अकाउंट खोल सकते हैं. इसके अलावा इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम में नाबालिग की ओर से या कमजोर दिमाग के व्यक्ति की ओर से अभिभावक भी खाता खोल सकता है. इस स्कीम में 10 साल से ज्यादा उम्र का नाबालिग अपने खुद के नाम में भी अकाउंट खोल सकता है.


इस स्मॉल सेविंग्स स्कीम में निवेश की गई राशि वित्त मंत्रालय द्वारा समय-समय पर निर्धारित मैच्योरिटी की अवधि पर मैच्योर होगी. मैच्योरिटी की तारीख जमा की तारीख से देखी जाएगी.


किसान विकास पत्र में अकाउंट को मैच्योरिटी से पहले किसी भी समय कुछ स्थितियों में बंद किया जा सकता है. इस स्कीम में अकाउंट को सिंगल अकाउंट होल्डर की मौत हो जाने पर, या ज्वॉइंट अकाउंट में किसी या सभी खाताधारकों की मौत पर बंद कर सकते हैं. इसके अलावा स्कीम में अकाउंट को कोर्ट के आदेश से भी बंद किया जा सकता है. इसके साथ अकाउंट को जमा की तारीख से 2 साल और 6 महीने बाद भी बंद कर सकते हैं.