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वाराणसी रामनगर नगर निगम में विलय के बाद बदल जाएंगे मकान नंबर और 25 वार्डों में से होंगे सिर्फ 3 वार्ड
वाराणसी : नगर निगम की सीमा में शामिल होने के बाद रामनगर नगर पालिका परिषद के अधीन मकानों का नंबर नए सिरे से जारी किया जाएगा। इसके अलावा मकान की नकल लेना हो या अन्य कागजात सभी आनलाइन हो जाएंगे।इसके लिए नगर वासियों को कार्यालय या बाबू का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। अधिसूचना जारी होने के बाद परिसीमन का काम भी लगभग पूरा हो चुका है।
अब केवल घोषणा की औपचारिकता ही शेष है। अधिकारियों के अनुसार 2011 की जनगणना के हिसाब से रामनगर में केवल तीन वार्ड बनेंगे। अभी रामनगर में 25 वार्ड हैं। सूजाबाद नगर पंचायत में मात्र एक ही वार्ड होगा। इस नवसृजित नगर पंचायत में 15 वार्ड बनाने का खाका खींचा गया था।
अभी तक नगर पालिका परिषद में रहने वाले लोगों को गृह कर व सीवर कर नहीं देना होता था। वहीं जल कर के रूप में मात्र 120 रुपये सालाना ही देना पड़ता था। नगर निगम में विलय के बाद नगर वासियों को गृहकर, सीवर कर के साथ ही जल मूल्य का बढ़ा हुआ कर देना पड़ेगा।
विलय की प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह व्यवस्था नगर पालिका परिषद क्षेत्र के लोगों पर लागू होगी। नगर पंचायत सूजाबाद के दायरे में आने वाले गांवों में नियमानुसार सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद ही नया कर अदा करना होगा।
नगर पालिका परिषद का नवंबर में कार्यकाल पूरा होना है। इसे लेकर नगर के लगभग हर वार्ड में लोग सभासद बनने को लिए अपनी तैयारी जोर शोर से शुरू किए हुए थे। नगर पालिका का नगर निगम में विलय होने के बाद तैयारी कर रहे सभासदों का समीकरण बिगड़ गया।
हालांकि अभी भी वर्तमान सभासद चुनाव लड़ने के लिए जी जान से लगे हैं। कुछ नए चेहरे भी अब उभर कर सामने आ रहे हैं। चुनाव लड़ने को लेकर सभासद जितने आश्वस्त है उतनी ही शिद्दत से जनता भी चुनाव का इंतजार कर रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना में जिस तरह रुपयों का खेल चला है। वह कुछ सभासदों का समीकरण बिगाड़ सकता है।