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एशिया में तनाव के बीच DRDO का कमाल, स्वदेशी एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सफल परीक्षण
Anti-Tank Guided Missiles test: एशिया में चीन और ताइवान में बढ़ते तनाव के बीच भारत ने एक बड़ा कदम उठाया है. डीआरडीओ ने स्वदेशी लेजर-गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) का अहम युद्धक टैंक (MBT) अर्जुन से सफलतापूर्वक टेस्ट किया है. भारतीय सेना ने केके रेंज अहमदनगर महाराष्ट्र में इसका परीक्षण किया है. मिसाइलों ने पूरी सटीकता के साथ टारगेट किया और दो अलग-अलग रेंज में अपना टारगेट हासिल किया.
एएनआई ने बताया कि एटीजीएम को मल्टी-प्लेटफॉर्म लॉन्च कैपसिटी के साथ तैयार किया गया है और फिलहाल में अर्जुन टैंक की 120 मिमी राइफल्ड गन से टेक्निकल टेस्ट किया जा रहा है. इन टेस्ट के साथ मिनिमम से मैक्सीमम टारगेट साधने की क्षमता पर अब मुहर लग गई है.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एटीजीएम को तैयार करने वाले DRDO और भारतीय सेना को इस सफल परीक्षण के लिए बधाई दी है. मंत्रालय ने कहा,'डीआरडीओ और भारतीय सेना ने युद्धक टैंक 'अर्जुन' के जरिये स्वदेशी रूप से विकसित लेजर-गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया.' रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'मिसाइलों ने दो अलग-अलग रेंज में सटीक रूप से टारगेट करते हुए इन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया. टेलीमेट्री सिस्टम ने मिसाइलों के संतोषजनक उड़ान प्रदर्शन को दर्ज किया है.'
भारतीय सेना की ओर से यह टेस्ट ऐसे वक्त में किया गया है जब अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन आक्रामक हो गया है और उसने सबसे बड़ी मिलिट्री ड्रिल शुरू कर ताइवान को धमकाने की कोशिश की है. चीन की ओर से तइवान की समुद्री और हवाई सीमा के आस-पास मिसाइल अटैक भी किए गए हैं और बीजिंग ने इसके लिए अमेरिका को जिम्मेदार ठहराया है. चीन के युद्धाभ्यास के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव है और भारत भी हालात पर नजर बनाए हुए है.