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वाराणसी गंगा में बाढ़ के दौरान जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लगातार गश्त का दायरा बढ़ाया प्रशासन ने पांचों यूनिट को अलर्ट मोड पर रखा

वाराणसी गंगा में बाढ़ के दौरान जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने लगातार गश्त का दायरा बढ़ाया प्रशासन ने पांचों यूनिट को अलर्ट मोड पर रखा


जिले में गंगा नदी में बाढ़ की वजह से वरुणा में भी पलट प्रवाह है और नदी का जलस्‍तर चुनौती के स्‍तर पर पहुंच गया है। ऐसे में नदी में गश्‍त का दायरा भी बढ़ा दिया गया है।नदी का यह जलस्‍तर लोगों के लिए ही नहीं बल्कि जल पुलिस और एनडीआरएफ के लिए चुनौती भी बन चुका है।


गंगा में बाढ़ को देखते हुए जल पुलिस और एनडीआरएफ अलर्ट मोड पर है। राहत व बचाव कार्य की पूरी तैयारी की गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है। स्थानीय पुलिस भी निगरानी कर रही है। पिछले कुछ दिनों में गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव हुआ। घाटों को खुद में समाते हुए नदी का पानी बस्तियों में जा पहुंचा है। सामने घाट से 14 मोहल्ले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। वहीं वरुणा ने भी आधा दर्जन इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया है। इसे देखते हुए जल पुलिस ने गंगा में गश्त बढ़ा दी है। जल पुलिस के पास मौजूद नावों के जरिए जवान बाढ़ग्रस्त इलाकों में पहुंच रहे हैं।


इनके साथ पीएसी 34वीं वाहिनी व 36वीं वाहिनी की फ्लड यूनिट पूरी तरह से तैयार है। जरूरत होने पर तत्काल छह प्लाटून 15 से 20 नावों के साथ बाढ़ग्रस्त इलाकों में पहुंच जाएंगी। जल पुलिस प्रभारी मिथलेश यादव के अनुसार गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर बनी हुई है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में गश्त की जा रही है। वहीं, बाढ़ को देखते हुए एनडीआरएफ ने भी पूरी तैयारी की है।


वाराणसी में मौजूद पांच यूनिट को अलर्ट मोड पर हैं। 25 बोट को रिजर्व में रखा गया है। 10 बोट के जरिए एनडीआरएफ जवान गश्त कर रहे हैं। गंगा किनारे के थानों को निर्देश दिया गया है कि टीम बनाकर गश्त करें ताकि बाढ़ग्रस्त इलाकों में चोरी आदि की घटनाएं ना हों। कई लोग अपने घर छोड़कर प्रशासन की ओर से बनाए गए शिविर में शरण ले रहे हैं।