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उत्तर प्रदेश गाजीपुर में गैंगस्टर मुख्तार अंसारी वह करीबियों पर ईडी की केंद्रीय सुरक्षा बलों की निगरानी में हुई छापेमारी
गाजीपुर, । मुख्तार अंसारी के कुनबे पर ईडी की नजर पहले से ही थी। अब जांच का दायरा उनके करीबियों तक पहुंच गया है। इसी क्रम में गुरुवार को मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी सहित उनके करीबियों पर ईडी की टीम ने कार्रवाई शुरू की तो हड़कंप मच गया
मुख्तार के कुनबे के साथ ही मुख्तार के करीबियों पर ईडी की इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिए अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की गई थी। इस बाबत स्थानीय पुलिस को भी कार्रवाई के बाद ही सूचना मिल सकी।
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी, उनके भाई मुख्तार अंसारी के करीबी खान बस मालिक मुमताज खान, गणेश मिश्रा व विक्रम अग्रहरि के आवास पर तड़के छापेमारी की। केंद्रीय सुरक्षा बल की निगरानी में घण्टों यह कार्रवाई चली है।
इससे जिले भर के मुख्तार और अफजाल अंसारी के करीबियों में खलबली मची गई। मुख्तार गिरोह की काली कमाई और अवैध कारोबार पर ईडी की नजर पहले से ही थी। ईडी मुख्तार की अवैध संपत्तियों को लेकर पहले से ही जांच कर रही है।
गाजीपुर जिले से सांसद अफजाल अंसारी माफिया मुख्तार अंसारी के बड़े भाई हैं। अफजाल अंसारी ने गाजीपुर लोकसभा से 2019 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी। अफजाल अंसारी ने इस चुनाव में भाजपा नेता मनोज सिन्हा को 119392 मतों के अंतर से हराया था। मुख्तार पर कार्रवाई के बाद से ही मुख्तार के करीबियों पर ईडी की नजर बनी हुई थी। गुरुवार की सुबह मुख्तार और अफजाल के करीबी गणेश मिश्रा, एक बस मालिक व एक अन्य उद्यमी के यहां ईडी की छापेमारी की सूचना के बाद मुख्तार के करीबियों में हड़कंप मच गया।
आज सुबह गुरुवार को ईडी की टीम ने एक साथ सांसद अफजाल अंसारी के मुहम्मदाबाद आवास, गाजीपुर शहर में मुख्तार अंसारी के करीबी चंदननगर में गणेश मिश्रा, टाउनहाल पर खान बस मालिक मुमताज खान और मिश्रबाजार में सराफ विक्रम अग्रहरि के आवास पर छापेमारी की। मुहम्मदाबाद में सांसद का आवास (फाटक) में सभी भाइयों का परिवार रहता है। इसमें पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी, उनका विधायक पुत्र सुहैब अंसारी व मुख्तार का भी परिवार रहता है। हालांकि, मुख्तार का परिवार अधिकांश बाहर ही रहता है, लकिन आवास संयुक्त है।
मुख्तार कुनबे की स्थानीय पुलिस में पकड़ को देखते हुए केंद्रीय सुरक्षा बल की निगरानी में घंटों यह कार्रवाई चली। इससे जिलेभर के मुख्तार और अफजाल के करीबियों में खलबली मची है। विक्रम अग्रहरि अब भाजपा से ज़ुड़े हैं पर टीम ने उनके यहां भी पूछताछ और जांच पड़ताल की है। सराफ विक्रम अग्रहरि पहले अफजाल व मुख्तार की पार्टी कौमी एकता दल से नगरपालिका का चुनाव लड़े थे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे। पिछले कई साल से भाजपा में हैं। उनका भतीजा भाजपा नगर कमेटी में पदाधिकारी भी है।