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वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मृतक को बूस्टर डोज लगाकर पूरा कर रहे टारगेट और मृतक के नाम का प्रमाण पत्र भी जारी किया
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही और फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है। कोविड प्रिकाशन डोज का टारगेट पूरा करने की जल्दबाजी में कर्मचारियों ने मृत व्यक्ति का ही टीकाकरण कर दिया।इतना ही नहीं टीकाकरण के बाद भारत सरकार की टीकाकरण वेबसाइट में मृतक के टीकाकरण लगने का प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया।
इसके अलावा भी कई ऐसे मामले आ रहे हैं जिन्होंने टीकाकरण नहीं कराया लेकिन स्वास्थ्य विभाग अपना टारगेट पूरा करने की जल्दबाजी में पेपर पर ही टीकाकरण करके प्रमाणपत्र भी जारी कर दे रहा है।
हनुमान नगर, सुंदरपुर के रहने वाले 75 वर्षीय वीरेन्द्र कुमार चतुर्वेदी बैंक से रिटायर होने के बाद परिवार के साथ रहते थे। इन्होंने कोरोना की दोनों डोज लगवाई थी। जून में अचानक हार्ट अटैक के बाद परिवार के लोग बीके हार्ट अस्पताल सुंदरपुर में भर्ती कराए जहां इलाज के दौरान 29 जून को उसकी मौत हो गई। बेटे आलोक चतुर्वेदी ने बताया कि नगर निगम से 19 जुलाई को मृत्यु प्रमाण भी जारी कर दिया गया है।
मोबाइल पर मैसेज आने के बाद हुई जानकारी : मृतक की मौत के बाद परिवार के लोग मौत के गम को भुला भी नहीं पाए थे कि गुरुवार को अचानक बेटे आलोक चतुर्वेदी के मोबाइल पर मैसेज आया कि उनके पिता ने कोविड की प्रिकाशन डोज लगवा ली।
यही नहीं प्रिकाशन डोज की पीडीएफ फाइल जिसमें स्वास्थय विभाग से प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया गया। परिवार वाले स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और टीकाकरण में हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर हतप्रभ रह गए। आलोक ने बताया कि इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से करेंगे।