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वाराणसी में भी नोएडा की तरह बीजेपी नेता द्वारा सोसाइटी की जमीन कब्जा करने का आरोप

वाराणसी में भी नोएडा की तरह बीजेपी नेता द्वारा सोसाइटी की जमीन कब्जा करने का आरोप




वाराणसीः नोएडा की तरह वाराणसी में भी एक अपार्टमेंट में भाजपा नेता के जरिए सोसाइटी की जमीन पर कब्जा कर अपना ऑफिस बनाने का मामला सामने आया है.इनके खिलाफ यहां की महिलाओं ने आवाज उठाई है, जिसकी जांच अब वाराणसी विकास प्राधिकरण कर रहा है.



 सेंट्रल जेल जाने वाले रास्ते पर स्थित वरुणा एनक्लेव में रहने वाली 4 महिलाओं ने बुधवार हाथों में तख्ती लेकर विरोध जताया. महिलाओं का आरोप है कि भाजपा जिला अध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह उर्फ अखण्ड प्रताप सिंह ने उनकी सोसाइटी की जमीन को अपने कमर्शियल उपयोग के लिए कब्जा कर लिया है. इस पर सवाल खड़े करने पर उन्हें धमकाता भी है.



बीजेपी के सभासद दिनेश कुमार यादव का कहना है कि यह अवैध कब्जा है. हम लोग बचपन से हैं. यहां 10 साल से खुद पार्षद हूं. वहां पहले गेट भी था. गार्डरूम भी था. आज की डेट में वहां न गेट है न गार्डरूम है. इस जमीन जमीन कब्जा कर लिया गया है, जो कि सीधे दिखाई देता है. बता दें कि वरुणा एनक्लेव में कुल 30 फ्लैट हैं, जिसमें 2 फ्लैट के मालिक बीजेपी नेता सत्य प्रकाश सिंह उर्फ अखण्ड प्रताप सिंह हैं.



अखंड प्रताप सिंह ने लोगों के आरोप पर सफाई देते हुए कहा कि 6 महीनों से सोसाइटी के कुछ लोगों द्वारा मुझ पर आरोप लगाया जा रहा है कि सोसाइटी की जगह कब्जा कर ली है. इस आरोप के संबंध में उन लोगों का पत्रक प्रशासनिक अधिकारियों के पास गया, लेकिन कल मुझे जानकारी हुई कि यह प्रकरण डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी चल रहा है. अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि मेरी रजिस्टर्ड सोसाइटी है, 30 लोग उसमें है. उन्होंने साफ लिखकर दिया है कि मैंने न तो सोसाइटी की जमीन कब्जा की है और न ही उस पर कोई अतिक्रमण किया है. यहां 25 वर्षो से मैं हूं. वहां पहले मैं अपनी गाड़ी खड़ा करता था. चौडीकरण के बाद लगभग 400 स्क्वायर फिट की जगह है.,



  विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष ईशा दुहन का कहना है कि सोसाइटी के कॉर्नर पर एक लैंड है, जिस पर अवैध रूप से कब्जा करके एक कमर्शियल टाइप का कमरा बनाने की शिकायत जून में प्राधिकरण के पास आई थी. इसके बाद प्राधिकरण अपनी प्रवर्तन टीम गई थी. उसमें यह अवैध निर्माण के रूप में दर्ज है. इसमें नोटिस और डिमोलिशन ऑर्डर भी किया गया है. उन्होंने कहा कि यह तो नया निर्माण है. पहले वहां गाड़ी खड़ा करना सामने आया था. पहले के भी फोटोग्राफ हमारे पास हैं, ये जो अभी वर्तमान में निर्माण है वो नया है. वीडीए इस निर्माण पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा. पहले से हमारा ध्वस्तीकरण आदेश पारित है. ऑनरशिप की भी अभी जांच हो रही है.