लखनऊ। बरसात का मौसम चल रहा है,लेकिन जिस तरह की बारिश की उम्मीद शहरवासियों की थी। उस तरह की बारिश अगस्त का महीना शुरू होने के बाद भी नहीं हो रही थी। जिससे चटकती धूप से हो रही उमसभरी गर्मी लोगों क ो बेचैन कर रही थी। वहीं,बीच-बीच में हुई छुट-पुट बारिश ने उमस और ज्यादा बढ़ा दी। इस प्राकृतिक समस्या से नगरवासी हर रोज कहीं न कहीं परेशान ही हो रहे थे। वहीं अच्छी बारिश के इंतजार में बैठे राजधानी के बाशिंदों पर रविवार को मानसून पूरी तरह मेहरबान हुआ और तेज बारिश से मौसम खुशनुमा हो गया। जहां दोपहर तक तेज धूप छायी रही तथा छुटटी के बाद भी लोग घरों में रहे और मन ही मन यही सोचते रहे कि कहीं उनकी रविवार की छुटटी उमसभरी इस गर्मी से बर्बाद न हो जाये। इसी बीच दोपहर के बाद ही अचानक मौसम ने करवट बदली और काले बादल छा गये और फिर झमाझम बारिश शुरू हो गयी। जिससे राजधानी का मौसम खुशनुमा हो गया। करीब दो घंटे हुई तेज बरसात ने शहर की इमारतों और सड़कों को पानी से सराबोर कर दिया। वहीं बारिश बंद होते ही पार्कों और बाजारों समेत ऐतिहासिक इमारतों में लागों की भीड़ दिखने लगी और परिवार संग नवाबीनगरी के लोग घूमते-फिरते और सैर सपाट करते रहे। हालांकि इससे इतर, रविवार के दिन शाम को बारिश होने के बाद सड़कों पर निकलना शहर वासियों के लिये काफी दूभर हो गया। खासकर दोपहिया और तिपहिया वाहन चालकों को तेज बारिश के चलते सड़कों पर गाड़ियां चलाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं शहर के कुछ प्रमुख जिन मार्गों पर अनचाहे गड्ढे आज भी बरकरार हैं, उस पर से होकर गुजरने वालों को हमेशा यही डर सता रहा था कि कहीं वो जाने-अनजाने में ऐसे जानलेवा गड्ढों की चपेट में न आ जायें। गौर हो कि लालबाग स्मार्ट सिटी आॅफिस से लेकर बापू भवन तक सड़क पर कई जगह सड़क धंस गई है और जानलेवा गड्ढे बन गये हैं।