प्रयागराज । शहर में गंगा-यमुना का जलस्तर रात से स्थित हो गया था। वहीं सोमवार को चार बजे से पुनः वृद्धि होने लगी है। जिससे लोगों में भय व्याप्त हो गया। कंट्रोल रूम से चार बजे की सूचना अनुसार फाफामऊ और छतनाग में 2 सेमी.तथा नैनी में 3 सेमी. की रफ्तार से पानी बढ़ना शुरू हो गया है।
सोमवार की सुबह आठ बजे फाफामऊ का 85.93 मीटर, छतनाग का 85.08 मीटर एवं नैनी का 85.86 मीटर पर पानी स्थिर हो गया था। यह स्थिति दोपहर दो बजे तक रही। उसके बाद चार बजे से जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गयी। चार बजे की रिपोर्ट के अनुसार फाफामऊ 85.91 मीटर, छतनाग 85.10 मीटर एवं नैनी 85.89 मीटर पर पहुंच गया।
उल्लेखनीय है कि, 2013 की बाढ़ में फाफामऊ जलस्तर 86.82 मीटर, छतनाग 86.04 मी. एवं नैनी 86.60 मीटर पर था। जबकि सबसे भयंकर बाढ़ 1978 में थी। जिसका जलस्तर फाफामऊ में 87.98 मी, छतनाग का 88.03 मी एवं नैनी का 87.99 मीटर था। लोगों को वह सब बाढ़ का दृश्य याद आने पर भय सताने लगा है कि कहीं वही हाल फिर से न हो।