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अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए आगामी माह में आयोजन होंगे विशेष महा अनुष्ठान

अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए आगामी माह में आयोजन होंगे विशेष महा अनुष्ठान



अयोध्या: अयोध्या में प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर का निर्माण प्रगति पर है. श्रद्धालु भगवान के दिव्य भव्य राम मन्दिर के पूर्णतया निर्माण के इंतजार में हैं. रामलला के भव्य मन्दिर निर्माण में भी तेजी देखने को मिल रही है.इस दौरान अयोध्या में भगवान श्री राम की पूजा आराधन भी लगातार जारी है. अब भगवान रामलला के मंदिर निर्माण की बाधाओं को समाप्त करने के लिए वहां विशेष अनुष्ठान का आयोजन भी होने वाला है


 श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, आगामी नवंबर माह से लेकर भगवान राम लला के गर्भ ग्रह में विराजमान होने तक अनवरत अनुष्ठान करने जा रहा है. जिसमें देश के प्रकांड विद्वान, भारत में धार्मिक मान्यता प्राप्त धर्मगुरुओं द्वारा विभिन्न पूजा पद्धति के अनुरूप ग्रह और नक्षत्र को अनुकूल करने के लिए यह अनुष्ठान किया जाएगा.


राम मंदिर ट्रस्ट भगवान राम लला के भव्य मंदिर का निर्माण युद्ध स्तर पर करवा रहा है. दिसंबर 2023 तक मंदिर निर्माण का कार्य पूरा होने की उम्मीद है. मकर संक्रांति 2024 तक भगवान राम लला गर्भ गृह में विराजमान होंगे. बताया गया भगवान रामलला के मंदिर निर्माण की बाधाओं को दूर करने के लिए होने वाला यह विशेष अनुष्ठान आगामी नवम्बर माह से शुरू होकर भगवान राम लला के गर्भ ग्रह में विराजमान होने तक यानी मकर संक्रांति 2024 तक चलेगा. आपको बता दें कि गर्भ गृह से 200 मीटर दूर स्थित गणपति भवन में नवंबर माह से अनुष्ठान प्रारम्भ होगा.


श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने कहा कि रामलला के मंदिर का निर्माण हो रहा है. मन्दिर निर्माण में कोई विघ्न बाधा ना आए इसलिए पूरे देश के हर तीर्थ स्थल से, दक्षिण से उत्तर के हर क्षेत्र से प्रकाण्ड विद्वान ब्राह्मण आएंगे और अनुष्ठान करेंगे. प्रकाश गुप्ता के मुताबिक यह अनुष्ठान अनवरत तब तक चलेगा जब तक भगवान राम लला अपने भव्य मंदिर में विराजमान नहीं होते. रामलला के भव्य मंदिर के गर्भ गृह में राम लला के विराजमान होने के बाद इस अनुष्ठान का समापन होगा.


श्री राम मंदिर ट्रस्ट के कैंप कार्यालय के प्रभारी प्रकाश गुप्ता के मुताबिक सर्व बाधा समाप्त करने के लिए जब तक भगवान राम लला अपने भव्य मंदिर में विराजमान नहीं होते तब तक सर्व बाधा और नक्षत्रों की आराधना और पूजा की जाएगी. सभी ग्रह सभी देवताओं का आवाहन किया जाएगा और उनकी पूजा की जाएगी. पूरे देश के प्रकांड विद्वान और भारत में धार्मिक मान्यता प्राप्त हर शैली की पूजा पद्धति से पूजन होगा. प्रकाश गुप्ता ने कहा कि इस अनुष्ठान से उत्तर और दक्षिण का एक समन्यव भी हो जाएगा.