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तिजोरी में धन के साथ रख देंगेयेचमत्कारी फूल फिर देखिए कैसे होती है बरकत के साथ धन की वर्षा

तिजोरी में धन के साथ रख देंगेयेचमत्कारी फूल फिर देखिए कैसे होती है बरकत के साथ धन की वर्षा





ज्योतिष व वास्तु शास्त्र में कई ऐसे पेड़-पौधे का वर्णन किया गया है कि जिन्हें दैवीय शक्ति से परिपूर्ण होते हैं।वही हिंदू धर्म में कई पेड़ पौधों की पूजा भी की जाती है, इससे जुड़ी मान्यताओं को अनुसार इनमें देवी-देवताओं का वास होता है। तो इसी के मद्देनजर आज हम बात करने जा रहे हैं पलाश के पेड़ की। जिसे संदर्भ में कहा जाता है कि पलाश के वृक्ष में त्रिदेव यानि कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है। इतना ही नहीं पलाश के फूल धन की देवी मां लक्ष्मी को भी अति प्रिय है। ये फूल देखने में जितना सुंदर है। इसके उपाय भी उतने ही चमत्कारी है। जी हां, धन के मामले में इसके फूलों को बहुत शुभ माना गया है। 



ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ पेड़-पौधे ऐसे है। जो दैवीय शक्ति से परिपूर्ण होते हैं। तो वही हिंदू धर्म में कई पेड़ पौधों की पूजा भी की जाती है। क्योंकि इनमें देवी-देवताओं का वास माना जाता है। तो इसी बीच आज हम बात करेंगे पलाश के पेड़ की। मान्यता है कि पलाश के वृक्ष में त्रिदेव यानि कि ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास होता है।



 इतना ही नहीं पलाश के फूल धन की देवी मां लक्ष्मी को भी अति प्रिय है। ये फूल देखने में जितना सुंदर है। इसके उपाय भी उतने ही चमत्कारी है। जी हां, धन के मामले में इसके फूलों को बहुत शुभ माना गया है।




अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में पैसों की बरकत हो। तो इसके लिए पलाश का एक फूल और एकाक्षी नारियल को सफेद कपड़े में बांधकर घर में धन रखने वाले स्थान पर या फिर तिजोरी में रख दें। ऐसी मान्यता है कि इससे मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है और आपको कभी पैसों की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही साथ घर में धन के भंडार भरे रहते हैं।. बता दें कि पलाश का अगर ताजा फूल न मिले तो सूखे फूल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि के लिए। शुक्रवार के दिन पलाश के पेड़ की पूजा अवश्य करनी चाहिए। इससे आपको देवी लक्ष्मी के साथ साथ ब्रह्मा, विष्णु व महेश का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। इनकी कृपा से आपके भौतिक सुखों में बढ़ोतरी होती है। 



ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जिस भी नक्षत्र में किसी व्यक्ति का जन्म हुआ हो, उस नक्षत्र के पड़ने पर उससे संबंधित पेड़-पौधों या जड़ी बूटियों की पूजा उस व्यक्ति को अवश्य करनी चाहिए। ऐसे में पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में पैदा हुए लोगों को शुक्रवार के दिन विशेष तौर पर पलाश पेड़ की पूजा करनी चाहिए। इससे उनको दोगुना ज्यादा फल मिलता है। और सुख की प्राप्ति होती है। लेकिन भूलकर भी शुक्रवार के दिन पलाश के वृक्ष को हानि नहीं पहुंचानी चाहिए।



जो व्यक्ति लंबे समय से बीमार हो उसे तो रविवार के दिन किसी शुभ मुहूर्त में पालश के पेड़ की जड़ को घर ले आएं। इसमें एक सूती धागा लपेटकर दाहिने हाथ पर बांध लें। मान्यता है कि ऐसा करने से जल्द ही बीमारी से पीड़ित व्यक्ति का रोग खत्म हो जाता है।



 जैसा कि हमने उपरोक्त भी बताया कि शास्त्रों के अनुसार पलाश के पेड़ में ब्रह्मा, विष्णु व महेश तीनों देवताओं का निवास स्थान होता है। तो ऐसे में मान्यता है कि ग्रहों की शांति के लिए पलाश का इस्तेमाल बेहद लाभकारी सिद्ध होता है। पलाश की लकड़ी से हवन करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं।