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महालक्ष्मी व्रत 2022 : इस दिन घर लाए चांदी से बनी हाथी की प्रतिमा फिर देखिए,,,,, ,,,,
उज्जैन. हिंदू धर्म में हाथी को भगवान श्रीगणेश का ही स्वरूप माना जाता है। अनेक मौकों पर हाथी की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
महालक्ष्मी व्रत में भी हाथी पर विराजित देवी लक्ष्मी की पूजा का विधान है।इस बार ये व्रत 17 सितंबर, शनिवार को है। इस दिन कुछ स्थानों पर तो सिर्फ हाथी की प्रतिमा की ही पूजा की जाती है। वास्तु शास्त्र में भी हाथी की प्रतिमा को बहुत शुभ माना गया है।
महालक्ष्मी व्रत पर चांदी से निर्मित हाथी की प्रतिमा लाने से कई शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। इस दिन श्रीवत्स, सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि और द्विपुष्कर नाम के शुभ योग बनने से इस तिथि का महत्व और भी बढ़ गया है। आगे जानिए चांदी से निर्मित हाथी की प्रतिमा से जुड़ी खास बातें.
धर्म ग्रंथों के अनुसार, हाथी को भगवान श्रीगणेश का स्वरूप माना जाता है। श्रीगणेश बुद्धि और सुख-समृद्धि के देवता हैं। महालक्ष्म व्रत के दिन चांदी से निर्मित हाथी प्रतिमा घर लाकर इसे अपने पूजा स्थान पर रखें और रोज इसके दर्शन कर दीपक-आरती करें। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहेगी और किसी तरह की कोई परेशानी नहीं आएगी।
कुछ चित्रों में देवी लक्ष्मी को हाथी पर बैठा हुआ दिखाया जाता है। महालक्ष्मी व्रत में भी हाथी पर विराजित देवी लक्ष्मी की पूजा करने का ही विधान है। ऐसा कहा जाता है कि देवी लक्ष्मी जब हाथी पर बैठकर घर में प्रवेश करती हैं तो धन लाभ ही धन लाभ होता है। इसलिए अगर चांदी से निर्मित हाथी की प्रतिमा धन स्थान जैसे तिजोरी या लॉकर में रखी जाए तो इससे धन लाभ के योग बन सकते हैं।
वास्तु में भी हाथी की प्रतिमा को माना गया है शुभ
चांदी से बना हाथी वास्तु शास्त्र में बहुत ही शुभ माना गया है। वास्तु के अनुसार, चांदी और हाथी दोनों ही नेगेटिविटी खत्म कर पॉजिटिविटी बढ़ाने में मदद करते हैं। पति-पत्नी में नहीं बनती और आए दिन विवाद होते हैं तो चांदी से बने हाथी जोड़े को बेडरूम में उत्तर दिशा में रखना चाहिए। इससे पति-पत्नी के जीवन में खुशहाली बनी रहती है।
चांदी से बनी हाथी की प्रतिमा ऑफिस में भी रखी जा सकती है। जिससे सकारात्मकता बढ़ती है और देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। चांदी से बना हाथी ऑफिस की टेबल पर रखने से रुके हुए कामों में गति आती है और प्रमोशन के योग भी बनते हैं। चांदी का हाथी उत्तर दिशा में रखना बहुत ही शुभ होता है।