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दुर्गा पूजा स्पेशल,, कंबोडिया के मंदिर रूपी पंडाल में दर्शन देंगी मां दुर्गा,,, पूजा समितियां पंडाल बगैरा यादगार बनाने में जुटी
बिहारशरीफ जिले की दुर्गा पूजा समितियों इस वर्ष दशहरा मेले को यादगार बनाने में पूरी तरह जुटी हुई है.विगत दो वर्षों के कोरोना काल के बाद इस बार दशहरा के अवसर पर मेला आयोजित होने की पूरी उम्मीद है. इससे जिले की विभिन्न पूजा समितियों में भारी उत्साह नजर आ रहा है .आमलोग भी दुर्गा पूजा तथा दशहरा मेला को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं.
पंडालों का निर्माण कराया जा रहा
वैसे तो बिहारशरीफ का दशहरा मेला आसपास के जिलों के लिए भी आकर्षण का केंद्र माना जाता है. पड़ोसी जिले के लोग भी बिहारशरीफ का दशहरा मेला का आनंद लेने के लिए उत्सुक रहते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए जिले की विभिन्न पूजा समितियों के द्वारा एक से बढ़कर एक दुर्गा प्रतिमाओं तथा पंडालों का निर्माण कराया जा रहा है.
पंडाल निर्माण का कार्य तेजी से किया जा रहा
अधिकांश पूजा समितियों के द्वारा झारखंड और बंगाल के प्रसिद्ध प्रतिमा निर्माता तथा पंडाल निर्माताओं की सेवा ली जा रही है. कारीगर भी निर्माण कार्य में अपने सहयोगियों के साथ जी जान से जुटे हुए हैं .दुर्गा पूजा में मात्र 10 दिन से कम का समय बचा है. ऐसे में कारीगरों द्वारा प्रतिमा तथा पंडाल निर्माण का कार्य तेजी से किया जा रहा है.
इस वर्ष आशानगर में उमड़ेंगी श्रद्धालुओं की भीड़
स्थानीय आशा नगर सोहसराय का श्रीनव आशा दुर्गा पूजा समिति इस बार प्रतिमा तथा पंडाल के निर्माण में कई विशेषताएं दिखाने जा रहा है. यहां इस वर्ष मां दुर्गा की भव्य और आकर्षक प्रतिमा स्थापित की जाएगी. यहाँ का पंडाल भी काफी आकर्षक होगा.
1972 से हो रही पूजा अर्चना
यहां का पंडाल कंबोडिया के हिंदू मंदिर की प्रतिकृति के रूप में दिखाई पड़ेगा. इसकी ऊंचाई लगभग 60 फीट रहेगी. पंडाल में किसानों से संबंधित आकर्षक कलाकृतियां बनाई जाएगी. पूजा समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने बताया कि यहां 1972 ईस्वी से ही मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जाती रही है. इस वर्ष भी मोहल्ले वासियों के सहयोग से काफी धूमधाम से दुर्गा पूजा मनाया जाएगा8 सहयोगियों के साथ प्रतिमा निर्माण
मुंगेर के प्रसिद्ध मूर्तिकार राजन कुमार के द्वारा विगत दो महीने से अपने 8 सहयोगियों के साथ प्रतिमा निर्माण का कार्य किया जा रहा है. अब लगभग प्रतिमा निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है. यहां पंडाल निर्माण का कार्य भी तेजी से जारी है .यहां की प्रतिमाएं तथा पूजा पंडाल जिले वासियों के लिए प्रमुख आकर्षण होगा.