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कासगंज: फेसबुक पर बनी महिला मित्र से मिलने बांग्लादेश पहुंचे युवक की हुई घर वापसी, महिला ने बना रखा था बंधक, की थी ये मांग

कासगंज: फेसबुक पर बनी महिला मित्र से मिलने बांग्लादेश पहुंचे युवक की हुई घर वापसी, महिला ने बना रखा था बंधक, की थी ये मांग


कासगंज । करीब तीन माह पूर्व बिना बताए बांग्लादेश (Bangladesh) जा पहुंचे युवक की अब घर वापसी हो गई है. दरअसल युवक की फेसबुक (Facebook) पर एंजिला क्विन (Angela Queen) नाम की एक महिला से दोस्ती हो गई थी, जिसके बुलाने पर वह बांग्लादेश पहुंचा था. उसके परिजन उसकी वतन वापसी के तमाम प्रयासों में लगे रहे, जब कोई रास्ता नहीं निकला तो उसके पिता एक अन्य युवक से साथ 29 अगस्त को बांग्लादेश पहुंच गए, जहां उन्होंने पुलिस की मदद से अपने बेटे को ढाका (Dhaka) के नारायणगंज (Narayanganj) के एक फ्लैट से बरामद किया. युवक के पिता का आरोप है कि उनके बेटे को एक फ्लैट में बंधक बनाकर रखा गया था.


कस्बा सहावर के ईंट भट्ठा कारोबारी नसीम का पुत्र जुबैर 6 जून को घर से बिना बताए गायब हो गया था, जिसके बाद उसके परिजनों ने सहावर थाने में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई. सहावर थाने की जांच पड़ताल में सामने आया कि युवक पश्चिम बंगाल से 6 माह के टूरिस्ट वीजा पर बांग्लादेश चला गया है जिसके बाद पुलिस ने मामले की जानकारी विदेश मंत्रालय को दी. मामला विदेश मंत्रालय में पहुंचने के बाद खुफिया तंत्र सक्रिय हुआ. खुफिया तंत्र ने जुबैर के परिवार से उसके बारे में जानकारी जुटाई. उसके परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह फेसबुक पर लंबे समय से एंजिला क्वीन नाम की एक महिला के संपर्क में था और शायद उसी के बहकावे में आकर वह बांग्लादेश चला गया. आखिरकार जुबैर को ढाका के नारायणगंज के एक फ्लैट से बरामद कर लिया गया.


वहीं जुबैर के पिता ने बताया कि वह 27 अगस्त को ढाका पहुंचे थे, उन्होंने एंजिल का नंबर बांग्लादेश पुलिस को दिया. इसके बाद बांग्लादेशी पुलिस सक्रिय हुई और फोन नंबर के आधार पर उन्होंने महिला की जानकारी जुटाई. प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस नायारणगंज के एक टॉवर में पहुंची, जहां के एक फ्लैट में जुबैर को बंधक बनाकर रखा गया था. पुलिस ने उस एजिंल नाम की महिला को भी पकड़ा जिसका असली नाम सीमा था. जुबैर के पिता नसीम ने बताया कि एंजिल अपनी बड़ी बहन रुमाना से जुबैर की शादी कराना चाहती थी. बांग्लादेश की पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया के बाद जुबैर को उसके पिता नसीम के सुपुर्द कर दिया.