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नई दिल्ली,,,बाबा रामदेव को खाद्य सुरक्षा विभाग ने दी क्लीनचिट पतंजलि शुद्ध देसी गाय का घी अपने मानक पर खरा उतरा

नई दिल्ली,,,बाबा रामदेव को खाद्य सुरक्षा विभाग ने दी क्लीनचिट पतंजलि शुद्ध देसी गाय का घी अपने मानक पर खरा उतरा


नई दिल्लीः हाल ही में योग गुरु रामदेव की हरिद्वार स्थित कंपनी पतंजलि द्वारा बनाया जाने वाला गाय का घी विवादों में आ गया था. बताया गया था कि पतंजलि का घी पतंजलि ब्रांड का गाय का घी खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग की जांच में फेल हो गया था


.उत्तराखंड  के टिहरी की एक दुकान से लिए गए सैंपल का परिक्षण किया गया था जिसमें घी तय मनको में पास नहीं हो पाया था और उसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया था. लेकिन अब नमूना विफल होने के कुछ दिनों बाद, राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला, गाजियाबाद ने अब योग गुरु रामदेव की हरिद्वार स्थित कंपनी पतंजलि को क्लीन चिट दे दी है.


पतंजलि घी है उपयोग के लायक
गुणवत्ता पर संशय के बादल नहीं
मानकों के मुताबिक नहीं था परीक्षण- पतंजलि
9,000 करोड़ के कारोबार वाली पतंजलि का घी हुआ था फेल


बता दें कि पतंजलि  द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार, पिछले परीक्षण के प्रतिकूल निष्कर्षों के बाद, ताजा परीक्षण किया गया और यह पाया गया कि कंपनी द्वारा बनाया गया गाय का घी “खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुरूप है और मानव उपभोग के लिए उपयुक्त है”. बता दें कि हाल ही में, इंडिया अहेड और कुछ अन्य मीडिया संस्थानों ने खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग द्वारा पतंजलि के घी पर परीक्षण किए जाने की खबर चलाई थी जिसमें घी मिलावटी पाया गया था जिस कारण पतंजलि के घी को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया था.


कंपनी ने अब जानकारी दी है कि 24 अगस्त के शुद्धिपत्र के कारण अब राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला, गाजियाबाद द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि पतंजलि (Patanjali) द्वारा बनाया जाने वाला गाय के घी का नमूना खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुरूप है और मानव उपभोग के लिए उपयुक्त है. इस रिपोर्ट के आधार पर पतंजलि द्वारा निर्मित और बेचे जाने वाले घी की गुणवत्ता पर कोई संशय के बादल नहीं हैं.


कंपनी के मुताबिक पतंजलि के घी का सैंपल खाद्य सुरक्षा प्रशासन कार्यालय टिहरी गढ़वाल की एक दुकान से लिया गया था. नमूने की जांच उत्तराखंड की राज्य प्रयोगशाला द्वारा किया की गई थी. सैंपल का रिज़ल्ट असंतुष्ट होने के कारण, पतंजलि ने किसी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय खाद्य प्रयोगशाला में नमूने का विश्लेषण करने के अपने वैधानिक अधिकार का लाभ उठाया जिसके बाद नमूने का विश्लेषण गाजियाबाद की प्रयोगशाला में 21 जुलाई से 2 अगस्त तक किया गया और 6 अगस्त को जारी किए गए रिजल्ट में बताया गया कि नमूने का मूल्यांकन खाद्य सुरक्षा के विनियम संख्या 2.1.8 के तहत निर्धारित मानकों के अनुरूप नहीं किया गया था.

9,000 करोड़ के कारोबार वाली पतंजलि का घी हुआ था फेल

इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि कंपनी के घी का सैंपल उत्तराखंड के टिहरी की एक दुकान से लिया गया और उसे राज्य की प्रयोगशाला में भेजा गया. सैंपल की जांच रिपोर्ट के मुताबिक पतंजलि घी मिलावटी पाया गया और मानकों पर खरा नहीं उतरा.