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गोरखपुर :  पुलिस के हत्थे चढ़ा अवैध स्टैंड पर वसूली करने वाला मुकुंद, जैतपुर तिहरे हत्याकांड का है आरोपित

गोरखपुर : पुलिस के हत्थे चढ़ा अवैध स्टैंड पर वसूली करने वाला मुकुंद, जैतपुर तिहरे हत्याकांड का है आरोपित





एजेंसी डेस्क : गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रावास के पास बसों से जबरिया वसूली करने और प्राइवेट बस एसोसिएशन के अध्यक्ष को जान से मारने की धमकी देने के आरोपित मुकुंद सिंह को कैंट थाना पुलिस ने शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार किया।मोहद्दीपुर में रहने वाला मुकुंद जैतपुर में हुए तिहरे हत्याकांड का आरोपित है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।

यह है पूरा मामला

विश्वविद्यालय छात्रावास के पास अवैध स्टैंड बनाकर जबरिया वसूली किए जाने की शिकायत लंबे समय से अधिकारियों को मिल रही थी। इसको लेकर दो गुट में विवाद भी चलता है। 18 सितंबर को एडीजी जोन अखिल कुमार के कार्यालय में पहुंचे प्राइवेट बस एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रार्थना पत्र देते हुए आडियो रिकार्डिंग सुनाया। दूसरी तरफ से बात करने वाला अपना नाम बाल मुकुंद सिंह बताते हुए संजय को जान से मारने की धमकी दे रहा था।

बस मालिकों से जबरिया वसूली का आरोपित है मुकुंद

संजय ने एडीजी को बताया था कि अवैध स्टैंड के नाम पर मुकुंद सिंह और उसके साथी बस मालिकों से जबरिया वसूली करते हैं। पार्किंग की आड़ में अवैध स्टैंड चल रहा है। स्टैंड शुल्क के नाम पर जबरन 350-400 रुपये लेते हैं।रसीद मांगने पर प्रताडि़त करते हैं।एडीजी आदेश पर कैंट थाना पुलिस ने संजय व दो अन्य लोगों के प्रार्थना पत्र पर मुकुंद उसके साथी प्रदीप सिंह, शिव मिश्रा समेत चार के खिलाफ जबरिया वसूली और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया।

इनके खिलाफ दर्ज है मुकदमा

पुलिस ने प्रदीप व शिव मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मुकुंद की तलाश चल रही थी। इसी मामले में 19 सितंबर को कुशीनगर जिले के रहने वाले बस मालिक आशुतोष शुक्ल ने चरन सिंह, बबलू और मुन्ना राय के खिलाफ जबरिया वसूली का मुकदमा दर्ज कराया था। चरन और बबलू को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया लेकिन अभी मुन्ना फरार है। प्रभारी निरीक्षक थाना कैंट शशिभूषण राय ने बताया कि मुकुंद सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है।

कुर्की की तैयारी कर रही थी पुलिस 

मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही मुकुंद सिंह फरार हो गया। अधिकारियों के निर्देश पर कैंट थाना पुलिस ने उसकी घेराबंदी तेज कर दी। जबरिया वसूली और रंगदारी मांगने के मुकदमे में न्यायालय से उसे भगौड़ा घाेषित कर दिया था।जिसके बाद पुलिस ने कुर्की कराने की तैयारी शुरू कर दी थी।