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दिवाली पर वनवासियों और मुसहर समुदाय को CM योगी की सौगात, 80 करोड़ रुपये के 288 विकास कार्यों का किया शिलान्यास

एजेंसी डेस्क : गोरखपुर,,: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वनटांगिया गांव जंगल तिनकोनिया नम्बर तीन में वनवासियों व मुसहर समुदाय के लोगों के बीच दिवाली की खुशियां साझा करते हुए कहा कि शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर व्यक्ति तक पूरी ईमानदारी से पहुंचना सुनिश्चित होना ही रामराज्य है. केंद्र व राज्य की डबल इंजन की सरकार बिना भेदभाव समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पूरी संवेदनशीलता के साथ देने जुटी है. इससे बड़ा कोई और रामराज्य नहीं हो सकता जहां संवेदना और सुविधाएं एकसाथ लोगों तक पहुंचती हों. इस अवसर पर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं.
'दुख के लिए कोई जगह न हो, यही रामराज्य है'
अयोध्या में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में दीपोत्सव का नया विश्व कीर्तिमान रचने के बाद सोमवार पूर्वाह्न वनटांगिया गांव तिकोनिया नम्बर तीन पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले की विभिन्न ग्राम पंचायतों के लिए 80 करोड़ रुपये के 288 विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण किया. उपस्थित जनसमूह को दीपावली की शुभकामना देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत आठ वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के हर गरीब, किसान, महिला, नौजवान तक शासन की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव पहुंच रहा है. 10 करोड़ गरीबों के शौचालय बनना, 4 करोड़ गरीबों के घर मुफ्त बिजली कनेक्शन, 3 करोड़ को पीएम आवास, 8 करोड़ को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन, 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन, 60 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये के स्वास्थ्य बीमा का आच्छादन और 200 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन लगना जनकल्याण की अभूतपूर्व कामयाबी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिना भेदभाव सब तक योजनाओं का लाभ पहुंचे और दुख के लिए कोई जगह न हो, यही रामराज्य है. इसी के अनुरूप सरकार संवेदनशीलता के साथ समरस समाज की स्थापना का संकल्प लेकर आगे बढ़ रही है. समग्र विकास की धारणा तथा लोक कल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रही है.
आजादी के बाद भी न्याय नहीं मिला था वनटांगियों, मुसहरों को

मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली का यह पर्व वनटांगिया, मुसहर, थारू, कोल, सहरिया आदि समुदाय के लोगों के लिए अधिक उल्लास और उमंग का है. कारण, आजादी के बाद भी वनटांगिया, मुसहर जैसे समुदायों को न्याय व अधिकार नहीं मिला था. उन्होंने कहा, 'मैं 15 वर्षों से निरंतर इन लोगों के बीच आता रहा हूं. वनटांगिया, मुसहर लोगों के न्याय की लड़ाई को 2017 में मूर्त रूप तब मिला जब उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी. राजस्व गांव घोषित करने से लेकर जमीनों का पट्टा देने तथा ससम्मान जीवन यापन की व्यवस्था करने की पहल सरकार की तरफ से की गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कथन का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दीपावली की सार्थकता तभी है जब गरीब के घर भी दिया जले। प्रदेश सरकार इसी मंत्र के अनुरूप कार्य कर रही है.
हक मांगने पर कसा जाता था कानूनी शिकंजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले वनटांगिया और मुसहर समाज को कौन जानता था. 15 साल पहले जब वनटांगिया लोगों के हक मांगने पर एक तरफ फॉरेस्ट विभाग दूसरी तरफ पुलिस के लोग प्रताड़ित करते थे. बुनियादी सुविधाएं शून्य थीं. अगर किसी ने मांग कर दी तो उसे कानून के शिकंजे में प्रताड़ित किया जाता था. अंततः सत्य व न्याय की जीत हुई. वनटांगिया तथा मुसहर समुदाय इसका साक्षी है। उपेक्षित रहे वनवासियों को आज आवास, बिजली, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि सभी सुविधाएं बेहतरीन तरीके से मिल रही हैं. 6 साल पहले वनटांगिया गांव में एक भी पक्का मकान नहीं था, सड़क नहीं थी, बिजली कनेक्शन नहीं थे. आज यहां सबके पक्के मकान बन गए हैं या प्रक्रिया में हैं. हर घर बिजली की रोशनी से जगमग है और हर तरफ सड़के नजर आती हैं. कोई भी किसी सुविधा से वंचित नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के सभी 54 वनटांगिया गांव में सभी तरह की सुविधाओं का लाभ उपलब्ध करा रही है.
परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण,,,
