एजेंसी डेस्क,, टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज बचाने के लिए रविवार को करो या मरो के दूसरे वनडे में हरहाल में जीत दर्ज करनी होगी। रांची में हारते हैं तो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम घर में लगातार दूसरी सीरीज गंवाएगी।इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने 2015 में भारत की धरती पर पांच मैचों की सीरीज 3-2 से जीती थी। भारतीय टीम 12 साल से अपने घर में दक्षिण अफ्रीका से वनडे सीरीज ने जीत सकी है।
भारत और दक्षिण अफ्रीका ने अब तक 12 द्विपक्षीय वनडे सीरीज खेली हैं। इनमें भारत ने चार, तो दक्षिण अफ्रीका ने छह सीरीज में जीत दर्ज की है। एक सीरीज ड्रॉ रही और एक कोई परिणाम नहीं निकल सका। भारत ने दक्षिण अफ्रीका में भी इस साल हुई वनडे सीरीज 0-3 से गंवाई थी।
लखनऊ में हार गई थी टीम इंडिया
इस समय सभी निगाहें टी-20 विश्वकप खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंची रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम के अभ्यास मैचों पर हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में उन खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जो ऑस्ट्रेलिया जाने से चूक गए। दीपक चाहर चोट की वजह से टीम से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह वॉशिंगटन सुंदर को शामिल किया गया है। लखनऊ में हुए पहले मैच में भारतीय टीम 9 रन से हार गई थी। सीरीज में भारत अभी 0-1 से पीछे चल रहा है।
शीर्षक्रम की बल्लेबाजी में सुधार की जरूरत
पहले मैच में मोहम्मद सिराज और आवेश खान प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर सके। संभावना जताई जा रही है कि बंगाल के पेसर मुकेश कुमार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण का मौका मिल सकता है। पहले मैच में श्रेयस अय्यर ने अर्धशतीय पारी खेली थी। वह टी-20 विश्वकप की स्टैंडबाय सूची में हैं। इसलिए उन्हें बल्लेबाजी में आगे बढ़कर प्रदर्शन करना होगा। पहले मैच में असफल रहे शीर्षक्रम के बल्लेबाजों को भी अपने स्तर में सुधार की जरूरत है।
भारत के लिए अच्छी बात यह है कि संजू सैमसन फॉर्म में हैं। हालांकि, पदार्पण के सात वर्ष बाद भी वह टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके हैं। सैमसन ने लखनऊ में 63 गेंदों में 86 रन की नाबाद पारी खेली थी। वहीं, खुशमिजाज शिखर धवन श्रीलंका और वेस्टइंडीज में सीरीज जीतकर अपनी नेतृत्व क्षमता दिखा चुके हैं। धवन को उम्मीद होगी कि वह टीम को ठोस शुरुआत देंगे। वहीं उनके जोड़ीदार शुभमन गिल भी अपनी साख के अनुसार खेलना चाहेंगे।
सुपर लीग के लिए अंक जुटाना चाहेगी दक्षिण अफ्रीका
दूसरी ओर, तेम्बा बावुमा की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका की टीम अगले साल होने वाले वनडे विश्वकप के लिए स्वत: क्वालिफाई करने के लिए सुपर लीग के लिए अंक जुटाना चाहेगी। हालांकि, कप्तान बावुमा फॉर्म में नहीं हैं लेकिन उसके बल्लेबाज डेविड मिलर ने टी-20 के बाद वनडे में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। कगिसो रबाडा की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका का गेंदबाजी आक्रमण भी भारत की अपेक्षा मजबूत है।
चाहर की जगह वॉशिंगटन सुंदर टीम में
चोट की वजह से वनडे सीरीज से बाहर हुए दीपक चाहर की जगह वॉशिंगटन सुंदर को शनिवार को टीम में शामिल किया गया। बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा, इंदौर में हुए अंतिम टी-20 मैच के दौरान दीपक चाहर की पीठ में जकड़न हो गई है। वह लखनऊ में अंतिम एकादश का हिस्सा नहीं थे। अब वह नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) में मेडिकल टीम की निगरानी में रहेंगे। चाहर टी-20 विश्वकप के लिए रिजर्व खिलाड़ियों की सूची में हैं। उनकी जगह 23 वर्षीय सुंदर टीम में खेलेंगे। सुंदर ने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय वनडे फरवरी में खेला था। वह भी चोट से उबरे हैं। सुंदर ने भरत के लिए चार टेस्ट, चार वनडे और 31 टी-20 मैच खेले हैं।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
भारत: शिखर धवन (कप्तान), शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड़, श्रेयस अय्यर, ईशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, रवि बिश्नोई, कुलदीप यादव और आवेश खान।
दक्षिण अफ्रीका: यानेमन मलान, क्विंटन डीकॉक (विकेटकीपर), तेम्बा बावुमा, एडेन मार्कराम, डेविड मिलर, हेनरिच क्लासेन, वेन पार्नेल, केशव महाराज, कगिसो रबाडा, लुंगी एंगिडी और तबरेज शम्सी।