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वाराणसी:दशहरा पर्व पर स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी ने किया शस्त्र पूजन, दुर्गा सप्तशती का संपुट पाठ

वाराणसी:दशहरा पर्व पर स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी ने किया शस्त्र पूजन, दुर्गा सप्तशती का संपुट पाठ

वाराणसी । अधर्म पर धर्म, अन्याय पर न्याय, असत्य पर सत्य के महा प्रतीक पर्व विजया दशमी पर बुधवार को धर्मनगरी काशी में लोगों ने देवी की आराधना कर शस्त्र पूजन किया।

बुराई पर अच्छाई की जीत माने जाने वाले पर्व पर जगह-जगह रावण दहन किया जाता है. इस मौके पर लोग तरह-तरह की मान्यताओं और परंपराओं को निभाते हैं. इसी कड़ी में आज यूपी के कई स्थानों पर लोगों ने शस्त्र पूजा का आयोजन किया.

अलीगढ़ में साध्वी अन्नपूर्णा भारती ने शस्त्र का पूजन कर कही ये बातें..

अलीगढ़ में साध्वी अन्नपूर्णा भारती ने की शस्त्र पूजा
अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय सचिव और साध्वी अन्नपूर्णा भारती (Sadhvi Annapurna Bharti ) ने विजय दशमी (Vijayadashami) के दिन शस्त्र का पूजन किया. इस दौरान उन्होंने बंदूक उठाकर कहा कि अपनी बहन बेटियों की रक्षा के लिए शस्त्र उठाना अपराध नहीं है. उन्होंने कहा कि राक्षसी राज में हताश होने की आवश्यकता नहीं है. असत्य हमेशा पराजित होता ही है. 
बता दें कि बुधवार को साध्वी अन्नपूर्णा भारती नौरंगाबाद स्थित अपने सनातन भवन में विजयदशमी के अवसर पर शस्त्र पूजन का कार्यक्रम रखा था. जिसमें उन्होंने लोगों के साथ हवन पूजन किया. उसके बाद शस्त्र पर तिलक लगाते हुए हर हर महादेव के नारे लगाए. उन्होंने कहा कि यह परंपरागत कार्यक्रम है. इसमें विजयदशमी का दिन मानव को प्रेरित करता है. हमें हताश होने की आवश्यकता नहीं है. कितना भी अत्याचार हो, असत्य पर हमेशा सत्य की ही विजय होती है. असत्य हमेशा पराजित होता है. ऐसी प्रेरणा के रूप में हम विजयदशमी का दिन मनाते हैं. 

सनातन धर्म हमें प्रेरणा देता है, कि शास्त्रों का प्रयोग कब और कैसे करना चाहिए. इसलिए आज के दिन शस्त्रों की पूजा होती है. उन्होंने कहा कि शास्त्रानुसार अपनी बहन बेटियों की रक्षार्थ उठाया जाने वाला शस्त्र अपराध नहीं है. यह हमारा मौलिक कर्तव्य है. यह हमारा धर्म है और यही हमारे युवाओं, बच्चों के लिए प्रेरणा के स्रोत की तरह काम करता है. उन्होंने कहा कि बहन बेटियों और देश की रक्षा के लिए हमें हर तरीके से तैयार रहना चाहिए. 

शस्त्र पूजन के बाद फायरिंग
बरेली में विजय दशमी के पावन पर्व पर पंजाबी महासभा द्वारा शस्त्र पूजनकर जमकर फायरिंग की गई. वहीं मीडिया से बात करते हुए भाजपा महानगर अध्यक्ष डॉक्टर केएम अरोरा ने कहा कि शस्त्र पूजन हमारी परंपरा है. हमारे सभी देवी-देवता अपने साथ शस्त्र रखते थे. धर्म की रक्षा के लिए समाज की रक्षा के लिए हमें शस्त्रों की हमेशा जरूरत रहती है. इस दौरान आरएसएस (RSS) के वरिष्ठ नेता पवन अरोड़ा समेत तमाम भाजपा नेता मौजूद रहे.

काशी में शस्त्र पूजन के बाद हर हर महादेव के नारे
वाराणसी में विजय दशमी महापर्व के दिन जहां एक तरफ मां भगवती की विदाई हुई. वहीं प्रसिद्ध श्री राम मंदिर पर राष्ट्रीय बजरंग दल द्वारा भव्य शस्त्र पूजन किया गया. वहीं वैदिक मंत्रों के साथ पूरे विधि विधान से शस्त्रों का पूजन किया गया. इसके बाद जय श्री राम भारत माता की जय और हर हर महादेव का उद्घोष किया गया. 

दारानगर महामृत्युंजय रोड स्थित स्वर्णकार समाज धर्मशाला में स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी ने उल्लासपूर्ण माहौल में मां महिषासुर मर्दिनी की प्रतिमा के समक्ष विधि विधान से शस्त्र पूजन किया। कमेटी के अध्यक्ष किशोर कुमार सेठ ने पंडित मिथिलेश शुक्ला बिहारी के आचार्यत्व में पूजन अर्चन के बाद दुर्गा सप्तशती का संपुट पाठ भी किया। किशोर सेठ ने बताया कि भगवान श्रीराम ने रावण पर विजय प्राप्त करने के लिए मां दुर्गा की आराधना की थी और शस्त्र पूजन भी किए थे। तभी से सनातन धर्म के लोग क्रोध पर क्षमा, अज्ञानता पर ज्ञान, बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य का महा विजय पर्व दशहरा हर्षोल्लास के साथ मनाते चले आ रहे हैं। उसी परिप्रेक्ष्य में कमेटी ने 1954 से चली आ रही शस्त्र पूजन की परम्परा का निर्वहन किया।


शस्त्र पूजा में श्याम कुमार सर्राफ, जनार्दन प्रसाद वर्मा, संरक्षक गंगाराम, श्याम सुंदर सिंह, रवि सर्राफ, कृष्ण कुमार सेठ, मुरली मनोहर सिंह आदि शामिल रहे।