देव दीपावली महोत्सव 2022
10 लाख दीयों के अलौकिक छटा के साक्षी बनेंगे काशी के 84 घाट, लेजर शो से बढ़ेगी भव्यता

एजेंसी डेस्क : वाराणसी देश की आध्यात्मिक राजधानी के तौर पर जानी जाती है. काशी में दीवाली के बाद होने वाली देव दीपावली का अलग महत्व है. इस बार ये त्योहार आज यानी 7 नवंबर को मनाया जा रहा है.देव दीपावली के दिन काशी के घाटों और पूर् शहर की अलग छटा देखने को मिलती है. काशी में देव दीपावली का अलग उत्साह देखने को मिलता है. यही कारण है कि देश ही नही विदेशों से भी पर्यटक आते हैं. इस बार देव दीपावली 2 साल बाद के अंतराल के बाद पूरी क्षमता के साथ मनाया जाने जा रहा है.

माना जा रहा है कि इस बार देव दीपावली के अवसर पर काशी के सभी 84 घाटों करीब 10 लाख दीयों को जलाने का लक्ष्य रखा गया है. इसको लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी है.आज शाम काशी एक नया इतिहास लिखने जा रही है.काशी की देव दीपावली पूरी दुनिया में विख्यात है. कार्तिक माह की पूर्णिमा को मनाये जाने वाले इस महा उत्सव के दौरान बनारस के सभी घाटों को लाखों दीयों से रौशन किया जाता है, जिसे देखने देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटक वाराणसी पहुंचते हैं.

आपको बतादें कि काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर का निर्माण के बाद ये पहली बार है जब काशी में देव दीपापली हो रही है. वही पिछले दो सालों में कोरोना सीमित संख्या के साथ लोगो को आने की अनुमति थी. वही इस विशेष अवसर पर काशी विश्वनाथ धाम को फूलों और माला से सजाने की तैयारी है.
काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद वाराणसी में पर्यटकों में भारी इजाफा देखने को मिला है. इसको देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल लाखों श्रद्धालुओँ की भीड़ घाटों पर उमड सकता है.
