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घोटाला खबर : बिना ड्यूटी रोडवेज के चार कर्मी ले रहे वेतन, इंक्रीमेंट भी हुआ; हर महीने 1.75 लाख ले रहे सैलेरी।

घोटाला खबर : बिना ड्यूटी रोडवेज के चार कर्मी ले रहे वेतन, इंक्रीमेंट भी हुआ; हर महीने 1.75 लाख ले रहे सैलेरी।


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एजेंसी डेस्क : (घोटाला खबर), बरेली में परिवहन निगम के रुहेलखंड डिपो में चार ऐसे कर्मचारी हैं, जो एक साल से अधिक समय से ऑफिस नहीं आ रहे हैं फिर भी पूरा वेतन ले रहे हैं।यह आरोप गुरुवार को दो माह से वेतन नहीं मिलने पर रोडवेज के ड्राइवरों ने एक एकाउंट अफसर के सामने लगाए। उन्होंने उक्त कर्मचारियों की गुरुवार को भी ड्यूटी रजिस्टर पर हस्ताक्षर दर्ज होने का दावा किया। इस मामले में आरएम दीपक चौधरी ने जांच कराने की बात कही।

रुहेलखंड डिपो के दो चालकों का वेतन सितंबर-अक्टूबर माह में रोका गया था। जो अब तक रिलीज नहीं किया गया है। चालकों ने चार हजार किलोमीटर को डबल क्रू (दो चालक) के माध्यम से बस संचालित की थी। दोनों चालकों ने शिड्यूल किलोमीटर पूरा कर लिया था। इसके बाद भी उनको वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है। 

गुरुवार को संबंधित ड्राइवरों ने एक एकाउंट अफसर से कहा, गाड़ी चलाने के बाद भी हमें वेतन नहीं मिल रहा है, जबकि शून्य किलोमीटर वाले चालकों को हर माह भुगतान हो रहा है। बिना डयूटी के भी पूरा वेतन दिया जा रहा है। 

ड्राइवरों ने कहा कि दो चालक, एक वेल्डर और एक फिटर हर महीने वेतन ले हैं। चारों को पौने दो लाख रुपये हर महीने वेतन जारी हो रहा है। कर्मचारी महीने में एक दो-बार ही चेहरा दिखाने आते हैं। मामला संज्ञान में आया तो अधिकारियों में खलबली मच गई। कर्मचारियों से जुड़े एक साल के वेतन संबंधी दस्तावेज चेक कराए जाने लगे।

ड्राइवरों ने कहा, एक साल से रूट पर नहीं गए चालक,,,,,

ड्राइवरों ने आरोप लगाया कि एक अधिकारी और बाबू के साथ मिलकर चारों कर्मचारी एक साल से अधिक समय से आफिस नहीं आ रहे हैं। उनकी डयूटी वर्कशॉप में दिखाई जा रही है। रूट पर दोनों चालकों को एक साल से नहीं भेजा गया। दोनों कभी-कभी ही वर्कशॉप जाते हैं। बाबू के माध्यम से दोनों के रजिस्टर पर नियमित रूप में हस्ताक्षर भी हो रहे हैं। इनके अलावा दो कर्मियों में एक फिटर और एक वेल्डर के पद पर तैनात हैं। 

इन कर्मचारियों ने अपने एक-एक बेटे को निजी एजेंसियों के माध्यम से ठेकेदार के अंडर में रोडवेज वर्कशॉप में नौकरी भी लगवा दी है। बेटों को एजेंसी के माध्यम से मानदेय मिल रहा है। कर्मचारियों को विभाग भुगतान कर रहा है। इसमें अधिकारी और बाबू भी उनके वेतन से अपना हिस्सा लेते हैं।

हर महीने पौने दो लाख से अधिक जारी होता वेतन,,,,,

एकाउंट के सूत्रों के मुताबिक, एक चालक का 37,800 रुपये हर महीने जारी होता है। दूसरे को 48,800 रुपये वेतन मिलता है। फिटर को 40960 और वेल्डर पद कार्यरत कर्मचारी को 47,960 रुपये हर माह भुगतान हो रहा है। हर महीने चारों को 1,75,520 रुपये दिया जा रहा है। 

परिवहन निगम, आरएम, दीपक चौधरी ने कहा कि मामला गंभीर है। यह तो सीधे सरकारी राजस्व का दुरुपयोग है। स्वयं मामले की जांच करेंगे। मुकदमा दर्ज कराकर पैसों की रिकवरी की जाएगी। जांच में जो भी दोषी होगा। उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।