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कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली पर प्रशासन सहित स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

एजेंसी डेस्क : वाराणसी, 03 नवम्बर। कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन ने पूरी ताकत लगा दी है।स्वास्थ्य विभाग ने भी आकस्मिक स्थिति में चिकित्सीय व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जनपद स्तरीय सरकारी चिकित्सालयों को निर्देशित किया है। इसके साथ ही चिन्हित निजी चिकित्सालयों को भी आपातकालीन एवं एंबुलेंस सेवा को सक्रिय करने का निर्देश दिया है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, डीडीयू राजकीय चिकित्सालय पाण्डेयपुर, एलबीएस चिकित्सालय रामनगर, ई एस आई सी पाण्डेयपुर के एसआईसी व चिकित्सा अधीक्षक एवं निजी चिकित्सालयों के प्रबंधकों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया।

उन्होंने बैठक में कहा कि कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली के अवसर पर किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सीय व्यवस्था को पूर्व से ही सुदृढ़ कर लिया जाए। उन्होंने एसएसपीजी, डीडीयू और एलबीएस में 50-50, जिला महिला में 20, प्रत्येक शहरी सीएचसी चौकाघाट, शिवपुर, दुर्गाकुंड में 5-5 बेड एवं एसवीएम चिकित्सालय भेलूपुर में पांच बेड आरक्षित करने के लिए कहा। इसके अतिरिक्त चिकित्सालय में पर्याप्त मात्रा में औषधियों एवं आवश्यक उपकरणों की क्रियाशीलता को पूर्व से ही सुनिश्चित करने को कहा।
इमरजेंसी ड्यूटी में लगे चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को निर्देशित किया कि वह निर्धारित ड्रेस कोड एवं समयानुसार चिकित्सालय में उपस्थित रहकर चिकित्सकीय कार्य करना सुनिश्चित करें जिससे किसी भी आकस्मिकता के दृष्टिगत कोई विपरीत स्थिति न उत्पन्न हो। साथ ही 108/102 एंबुलेंस सेवा के प्रोग्राम मैनेजर को निर्देशित किया कि किसी भी आकस्मिक स्थिति में एम्बुलेंस की ससमय उपलब्धता सुनिश्चित कराएं।
सीएमओ ने निजी चिकित्सालयों यथा रामकृष्ण मिशन होम ऑफ सर्विस, मारवाड़ी, माता आनंदमयी, आलोक, संवेदना, हिन्दू सेवा सदन, पीएमसी, शुभम, लक्ष्मी, मेडविन, बिड़ला और ओरियाना हॉस्पिटल में 10-10 बेड आरक्षित रखते हुये आपातकालीन व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही उपलब्ध एबुलेंस सेवा को दुरुस्त रखा जाए, जिससे किसी भी आकस्मिक स्थिति में उपयोग में लायी जा सके। इस संबंध में सीएमओ ने आईएमए व नर्सिंग होम एसोसिएशन बनारस शाखा के अध्यक्ष व सचिव से आग्रह किया कि अपने स्तर से इन निजी चिकित्सालयों को दिशा-निर्देशों का अनुपालन के लिए निर्देशित करें।