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फर्जी दारोगा बन महिला वकील से करना चाहता था शादी, लड़की दिमाग के घोड़े ना दौड़ाती तो फंस ही जाती...।

फर्जी दारोगा बन महिला वकील से करना चाहता था शादी, लड़की दिमाग के घोड़े ना दौड़ाती तो फंस ही जाती...।



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एजेंसी डेस्क : ब्यूरो बरेली : आज के दौर में सोशल मीडिया पर दोस्ती, प्यार होना आम बात हो गई है, लेकिन कभी कभी सोशल साइटस पर पनपा प्यार गले की फांस भी बन जाता है। ताजा मामला बरेली का है।जहां एक फर्जी दरोगा जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया। 

सोशल मीडिया पर उसकी दोस्ती एक महिला वकील से हुई। युवक ने खुद को यूपी पुलिस का दारोगा बताया। धीरे-धीरे दोनों की दोस्ती प्यार में बदलने लगी। महिला वकील ने अपने प्रेमी को मिलने बरेली बुलाया। पुलिस की वर्दी पहनकर वह पूरे रौब के साथ उससे मिलने पहुंचा। क़ानून की जानकर वकील के सवालों से फर्जी दारोगा का सारा भेद खुल गया। जिसके बाद महिला ने दरोगा को कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया है।

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जानिए क्या है मामला,,,,, 

बता दें कि महिला वकील ने मीडिया को बताया कि उक्त युवक से, 'मेरी बात हुई थी फेसबुक के माध्यम से। उसने कहा कि मैं ब्राह्मण हूं, मेरा नाम सत्यम त्रिपाठी है, मैं थाना हजरतगंज लखनऊ में पोस्टेड हूं, और मैं 2019 बैच का एक दरोगा हूं। उसने शादी के लिए बोला, कहा कि हम ब्राह्मण हैं और हमें शादी करना चाहते हैं। हमने कहा कि ऐसे कैसे कर सकते हैं। आप अपरिचित हैं। आप एक बार घर आकर देख जाओ और एक बार हम आपके घर आ जाते हैं। इसपर उन्होंने कहा कि घर कैसे आओगी, मेरे मम्मी-पापा कार एक्सीडेंट में मर गए। मेरे पापा सीओ थे। मेरे मामा जी ने मुझे पाला और जैसे-तैसे मैं यह बना हूं।'


महिला वकील ने आगे बताया कि, 'फिर ये मिलने आए। हमको थोड़ा डाउट हुआ तो हमने पूछा कि (हम भी एक एडवोकेट हैं) आपको अगर कोई विवेचना मिलती है तो आप विवेचना कैसे करते हैं, 164 क्या होती है। यह कुछ नहीं बता पा रहे थे कि कैसे बयान होते हैं, कैसे पर्चा काटा जाता है, कैसे पीड़िता का मेडिकल कराया जाता है। कुछ प्रोसेस की जानकारी नहीं थी, फिर हमको डाउट हुआ। 

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हमारे जानने वाले दरोगा हैं। मैंने सारी डिटेल उनको भेजी। उन्होंने इसको पुलिस लाइन में मिलने बुलाया।' जब सत्यम त्रिपाठी वहा मिलने के लिए आया, तो बातों ही बातों में महिला वकील ने कानून की कुछ धाराएं दरोगा से पूछ लीं। किसी भी सवाल का जवाब यह नकली दरोगा ठीक से नहीं दे पाया। इसके बाद महिला को शक हो गया कि यह असली दरोगा नहीं है, बल्कि कोई फर्जी मामला है। बस फिर क्या था महिला ने अपने एक दरोगा साथी को फोन करके इस पूरे मामले की सूचना दी। मामले को संज्ञान लेते हुए पुलिस आरोपी को पकड़कर कोतवाली ले आई और पूछताछ कर रही है।

क्या कहती है पुलिस? 

इस बारे में पुलिस अधिकारियों का कहना है की एफआईआर दर्ज कर उक्त फर्जी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया की यह व्यक्ति खुद को दरोगा बता कर महिला वकील से मिलने आया था। शक होने पर उन्होंने पुलिस को बुला लिया. महिला की तहरीर पर फर्जी दरोगा के खिलाफ 420, 467,468,471 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।