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अजीबोगरीब मामला: बाइक खरीदने से एक वर्ष पहले हो गया चालान, वाहन स्वामी रह गया हैरान?
एजेंसी डेस्क : रिपोर्ट,(एस,के,गुप्ता) उत्तर प्रदेश की पुलिस भी अक्सर ऐसा कारनामा करती रहती है, जिससे उसकी किरकिरी होना लाजमी है. इस बार कारनामा यातायात पुलिस (Traffic Police PDDU City) ने किया है।
चंदौली में अलीनगर निवासी अजय कुमार शर्मा के साथ कुछ ऐसा हो गया कि वह भी हैरान रह गए हैं. दरअसल, अजय शर्मा ने वर्ष 2022 में नई बाइक खरीदी लेकिन यातायात विभाग ने बाइक का चालान 2 वर्ष पहले 2020 में ही कर दिया था। चालान काटने पर उसका मैसेज आया तो उनके होश उड़ गए। चालान लेकर वो दौड़ लगा रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
चंदौली जिले के पीडीडीयू नगर अलीनगर निवासी अजय शर्मा ने जनवरी 2022 में नगर के एक शोरूम से हीरो स्प्लेंडर बाइक खरीदी थी. कुछ माह पहले उनके मोबाइल पर चालान करने का मैसेज आया. उसे खोल कर देखा तो पता चला कि बिना हेलमेट के चलाने पर ₹1000 का चालान हुआ है. पैसे जमा करने की तैयारी में जुट गए. इसी बीच 2 दिन पहले उन्होंने चालान की प्रिंट निकलवाने साइबर पर गए. यहां जब उन्होंने प्रिंट निकलवाया तो हैरान रह गए।
उनके नाम से दो चालान कर दी थी. एक तो मई माह बिना हेलमेट की बाइक चलाने के लिए ₹1000 का चालान था. दूसरा चालान 27 जून 2020 को हुआ था. बिना हेलमेट के बाइक चलाने पर अब उनकी समझ में नहीं आ रहा है कि जब उन्होंने बाइक इसी वर्ष खरीदी है तो 2 वर्ष पहले उनका चालान कैसे कट गया।
इस संबंध में यातायात प्रभारी निरीक्षक श्याम जी यादव से जब मीडिया प्रतिनिधि ने पूछा तो उन्होंने बड़ी सहजता से कहा कि नंबर में गड़बड़ी के चलते ऐसा हुआ होगा. अजय को संबंधित सर्किल ऑफिस के पास जाकर शिकायत करनी होगी. इसके बाद चालान हट जाएगा।
अब सवाल यह उठता है कि यह गड़बड़ी यातायात विभाग की हमेशा क्यों होती है? और कहां से हो होती है? क्या यह सिर्फ चालानी खानापूर्ति होती है? जिसकी वजह से आम आदमी परेशान होता है। (और सिर्फ एक छोटी सी कारणों की वजह से पूरा विभाग को ही लोग गलत समझ लेते हैं।)