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'श्रद्धा' के बाद अब 'आयुषी' की लाश बंद ट्राली बैग में मिली...पिता ही निकला बेटी का कातिल।
एजेंसी डेस्क : दिल्ली में प्रेमी द्वारा 35 टुकड़े करने वाला श्रद्धा हत्याकांड मामला अभी सुलझा नहीं कि एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। दरअसल, दिल्ली में एक पिता द्वारा अपनी ही बेटी को गोली से मारने का मामला सामने आया है जिसके बाद शातिर पिता ने अपनी ही बेटी की लाश को इस कदर ठिकाने लगाने की कोशिश की पुलिस भी हैरान रह गई।
दरअसल, उत्तर प्रदेश पुलिस ने मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे पर राया कट के पास लाल रंग के ट्रॉली बैग में मिली युवती की लाश मामले का खुलासा करते हुए सोमवार को दावा किया कि मृतका के पिता ने ही उसकी हत्या की थी। पुलिस के अनुसार, आरोपी पिता को हिरासत में ले लिया गया है और पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि राया कट के पास लाल रंग के ट्रॉली बैग में मिली युवती की लाश की शिनाख्त कर ली गई है और यह शव आयुषी यादव (21) का है, जो दिल्ली के बदरपुर थाना क्षेत्र के मोड़बंद गांव की रहने वाली थी।
अधिकारी के मुताबिक, आयुषी की हत्या उसके पिता नीतेश यादव ने की है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में मृतका के भाई और मां ने खुलासा किया है कि नीतेश ने ही आयुषी को मारा है। इसके अलावा, हत्यारे पिता ने भी अपना अपराध कबूल कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक (शहर) मार्तंड प्रकाश सिंह के अनुसार, युवती की शिनाख्त के लिए पुलिस ने बीस हजार से अधिक फोन ट्रेस किए और 200 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग खंगाली। इसके साथ ही सोशल मीडिया और दिल्ली में जगह-जगह पोस्टर लगाकर युवती की पहचान कराने के प्रयास किए गए। सिंह ने बताया कि रविवार सुबह पुलिस के नंबर पर आए एक अज्ञात फोन से युवती के बारे में सही जानकारी प्राप्त हुई। युवती की तस्वीरों और उसके पास से मिले सामान से उसकी मां व भाई ने पहचान की पुष्टि कर दी।
सिंह के अनुसार, जब पुलिस उन तीनों को लेकर मथुरा पहुंची तो मां व भाई ने मुर्दाघर में आयुषी का शव देखकर शिनाख्त कर दी। इस बीच, पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में पिता नीतेश यादव ने भी अपना अपराध कबूल कर लिया। सिंह के अनुसार, पूछताछ में आयुषी के परिवार से जानकारी मिली कि नीतेश ने उसकी घर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। उन्होंने बताया कि नीतेश मूलत: गोरखपुर के सुनारड़ी गांव का रहने वाला है और उसके पिता काम की तलाश में दिल्ली आ गए थे, जिसके बाद नीतेश भी वहीं बस गया और व्यापार करने लगा। उसकी बेटी आयुषी BCA की छात्रा थी।
पुलिस के मुताबिक, आयुषी एक-दो दिन पहले परिवार को बिना बताए कहीं चली गई थी और जब वह 17 नवंबर को घर लौटी, तब उसकी इस हरकत से आग बबूला पिता ने अपनी पिस्तौल से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और उसी रात लाश को ट्रॉली बैग में रखकर यमुना एक्सप्रेस-वे पर फेंक गया।
गौरतलब है कि शुक्रवार को यमुना एक्सप्रेस-वे पर सर्विस रोड के पास झाड़ियों में एक ट्रॉली बैग पड़ा मिला था, जिसमें एक युवती की लाश थी। रविवार तक उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी, लेकिन एक अज्ञात फोन कॉल से उसके बारे में जानकारी मिली, जो पड़ताल में सही निकली।
पुलिस ने बताया कि आरोपी पिता हिरासत में है और उससे पूरे मामले से संबंधित जानकारी जुटाई जा रही है। हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल पहले ही बरामद की जा चुकी है। अधिकारियों के मुताबिक, हत्या की वजह का पता लगाया जा रहा है और जल्द ही इसका भी खुलासा हो जाएगा। पुलिस ने 'ऑनर किलिंग' का मालमा होने का भी अंदेशा जताया है।