एजेंसी डेस्क : रिपोर्ट,(अमित केसरवानी)वाराणसी में आयोजित काशी तमिल संगमम में शिरकत करने के लिए पहुंचे प्रतिनिधियों का पहला जत्था प्रयागराज भ्रमण के लिए सोमवार को करीब साढ़े ग्यारह बजे संगम तट पर पहुंचा।वाराणसी से अलग-अलग बसों से पहले जत्थे में कुल 220 पर्यटक यहां पहुंचे। संगमनगरी में जोरदार स्वागत से काफी अभिभूत दिखे।
पांच लक्जरी बसों से 220 तमिल युवाओं का जत्था संगम तक पर पहुंचा तो उनका ढोल नगाड़ा और पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया। यहां पर सांसद फूलपुर केशरी देवी के अलावा कई विधायकों और जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने स्वागत किया। माथे पर तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया गया। स्वागत के लिए आकर्षक रंगोली सजाई गई जिन्हें देखकर वह गदगद हुए बिना नहीं रह सके।
यहां पहुंचने के बाद प्रतिनिधियों को 13 मोटर वोट से स्नान कराने के लिए संगम ले जाया गया। प्रतिनिधियों ने यहां हुए स्वागत की काफी सराहना की और सरकार के प्रति आभार जताया। कहा कि सरकार की पहल के चलते ही उन्हें एक साथ यूपी के तीन महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल, काशी, प्रयागराज और अयोध्या भ्रमण का मौका मिल सका है।
पीएचडी, एमबीए करने वाले युवाओं ने कहा कि इस भ्रमण से उन्हें यहां की संस्कृति और ऐतिहासिकता के बारे में जानने का काफी अच्छा मौका मिला है। इसके लिए वह केंद्र और यूपी सरकार के प्रति आभारी हैं। इस तरह की पहले से दक्षिण भारत और उत्तर भारत की संस्कृतियों का आदान प्रदान होगा और एक भारत श्रेष्ठ भारत का सपना साकार हो सकेगा।
बड़े हनुमान मंदिर में टेका मत्था,,,
संगम स्नान के बाद युवा प्रतिनिधियों के जत्थे ने संगम तट पर स्थित लेटे (बड़े) हनुमान मंदिर, अक्षय वट और शंकर विमान मंडपम का दर्शन किया। इसके बाद चंद्रशेखर आजाद पार्क और इलाहाबाद संग्रहालय जाने का भी कार्यक्रम है। दोपहर का भोजन भी वह यहीं पर करेंगे। प्रयागराज में इनका करीब चार घंटे के भ्रमण का कार्यक्रम है। इसके बाद यह श्रीराम की नगरी अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे।