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वाराणसी में अब गांव से शहर तक कमिश्नरेट, जनपद में बढ़ जाएगी पुलिस सर्किल और जोन की संख्या

वाराणसी में अब गांव से शहर तक कमिश्नरेट, जनपद में बढ़ जाएगी पुलिस सर्किल और जोन की संख्या


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एजेंसी डेस्क : वाराणसी : यूपी सीएम, कैबिनेट के निर्णय के बाद वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट का दायरा शहर से बढ़ कर गांव तक पहुंच गया है। ग्रामीण पुलिस की व्यवस्था खत्म होने के बाद पुलिसिंग की व्यवस्था में कई बदलाव होंगें।थानों के साथ सर्किल व की संख्या बढ़ जाएगी। नई व्यवस्था में जोन भी बढ़ेंगे। वहीं वाराणसी रेंज और वाराणसी जोन से एक-एक जिला कम हो जाएगा। वाराणसी रेंज में अब तीन जिले होंगे व जोन में अब नौ जिले होंगे।

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वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में फिलहाल 18 थाने हैं। इन्हें दो जोन काशी व वरुणा में बांटा गया है। थानों को छह सर्किल कैंट, सारनाथ, कोतवाली, चेतगंज, भेलूपुर, दशाश्वमेध में बांटा गया है। वहीं ग्रामीण पुलिस में तीन सर्किल पिंडरा, बड़ागांव और सदर शामिल है। नई व्यवस्था फिलहाल कमिश्नरेट की सर्किल की संख्या नौ हो जाएगी। चर्चा है कि एक सर्किल बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही काशी व वरुणा जोन के क्षेत्र में विस्तार के साथ एक और जोन बनाया जाएगा। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के थाने होंगे।

मार्च 2021 में लागू हुआ कमिश्नरेट सिस्टम,,,,,

मार्च 2021 में वाराणसी में कमिश्नरेट सिस्टम लागू हुआ था। इसमें शहर के 18 थानों को रखा गया था। ग्रामीण इलाकों के लिए पुलिस की एक अलग यूनिट बनाई गई थी। शहरी क्षेत्र की पुलिसिंग व्यवस्था की कमान एडीजी स्तर के पुलिस अफसर को दिया गया। वर्तमान में पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश हैं। ग्रामीण क्षेत्र पुलिस अधीक्षक स्तर के अफसर की निगरानी में है। वर्तमान में ग्रामीण पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत त्रिपाठी हैं।

बेहतर होगी पुलिसिंग व्यवस्था,,,,,

एक ही जिले में दो पुलिसिंग व्यवस्था से पब्लिक के साथ पुलिस को भी परेशानी का सामना करना पड़ता था। ग्रामीण इलाके को लोगों को समझना मुश्किल होता था कि अपनी समस्या लेकर किसके पास जाए। कई बार वह पुलिस मुख्यालय आ जाते थे। नई व्यवस्था में यह समस्या खत्म हो जाएगी। 

वाराणसी में तीज-त्योहारों के साथ वीआईपी का आगमन लगभग हर रोज होता है। ऐसे में दो पुलिस के बीच सामंजस्य स्थापित करना पड़ता था। अब पुलिसिंग सिस्टम पूरे जिले में एक जैसी होगी। जिले में एक पुलिस व्यवस्था अपराध पर लगाम में ज्यादा प्रभावी होगा। दो व्यवस्था का फायदा बदमाश उठाते थे। इससे सीमा की निगरानी भी बेहतर तरीके से हो पाएगी।

एक जैसी होगी यातायात व्यवस्था,,,,,

पूरे जिले में कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होेने से यातायात व्यवस्था में एकरूपता आएगी। अभी तक शहर व गांव के लिए ट्रैफिक की अलग-अलग व्यवस्था बनाई जाती थी। ब्लैक स्पाट से लेकर दुर्घटनाओं की गिनती और उन्हें कम करने के उपाय अलग-अलग होते थे। नो इंट्री के लिए भी सामंजस्य बनाना पड़ता था। यह समस्याएं खत्म हो जाएंगी। यातायात व्यवस्था बेहतर करने के लिए किए जाने वाले हर जगह लागू हो सकेंगे।