यूपी न्यूज
तस्वीरों में देखें, यहां अधूरे सफर से बिलबिलाते रहे रोडवेज के यात्री, बोले- क्या प्राइवेट बस के लिए कोहरा नहीं?,,,।
एजेंसी डेस्क : (वाराणसी ब्यूरो),।प्रदेश सरकार द्वारा आनन-फानन बसों को कोहरे की वजह से रात आठ बजे के बाद न चलाने का फरमान जारी कर दिया गया।
मंगलवार को इससे अधूरे सफर में फंसे यात्री इधर-उधर भटकते दिखे।कुछ ने आक्रोश भी व्यक्त किया। कैंट बस स्टेशन पर लिखे अधिकारियों के फोन पर अपनी भड़ास निकाली। दैनिक जागरण की टीम रात 10.15 बजे कैंट बस स्टेशन पहुंचे तो वहां का दृश्य ही कुछ और था।
यात्रियों ने फोन पर अधिकारियों से जताई नाराजगी,,,,,,,
गाजीपुर से वाराणसी पहुंचीं अंजली उपाध्याय एक अधिकारी को फोन मिला रही थीं। फोन कनेक्ट होते ही कहा, हम लोग 10 बजे यहां पहुंचे कहीं कोहरा नहीं था। क्या केवल लखनऊ रूट पर ही कोहरा है? प्राइवेट बस के लिए कोहरा नहीं है? केवल रोडवेज ही नहीं चल पा रही है?
इसी तरह बंगाल से वाराणसी पहुंचे सूरज कुमार दूबे ने कहा कोहरा तो कहीं नहीं मिला केवल लखनऊ रूट पर ही कोहरा है। इसी के विरोध में कैंट रोडवेजबस स्टेशन पर यात्रियों की प्रतिक्रिया देर रात सुनने को मिली। कुछ यही प्रतिक्रिया चालकों और परि चालकों की भी थी,उन्होंने बताया कि सोनभद्र, मीरजापुर और प्रयागराज रोड पर कोहरा नहीं है। हां गोरखपुर की तरफ गाजीपुर, आजमगढ़ के आगे जरूर कोहरा अधिक रहता है।
बसों अड्डा में रात गुजारने को विवश,,,,,
लखनऊ से गया, प्रयागराज, सोनभद्र को जाने वाली बसें यहां आकर रुक गईं। ऐसे में कुछ यात्री बसों में ही बैठ कर रात गुजारने को विवश दिखे। कहा, जब बस चलेगी तब जाएंगे।
रात्रि सेवा, एसी बसें चल रहीं धड़ल्ले से,,,,,,,
घोषणा के बाद भी कुछ रात्रि सेवा व एसी बसें प्रयागराज की तरफ जाती देखी गईं। वहीं प्राइवेट टैक्सी, बसें, मिनी बसें सवारी भरती नजर आईं। ऐसे में कुछ यात्रियों ने डग्गामार का सहारा लिया तो कुछ रेलवे स्टेशन का रुख किया।
पीली पन्नी का इंतजार,,,,,,,
ज्यादातर गाड़ियों में फाग लाइट नहीं दिखी। कुछ गाडिय़ों में सर्च लाइट लगी थीं। चालकों का कहना है कि इस पर पीली पन्नी लगा कर जुगाड़ कर लेंगे। मौसम के हिसाब से कुछ बसों में हेडलाइट में पीले बल्ब जरूर लगाए गए हैं। शीशे तो ठीक थे लेकिन कुछ बसों की बैक लाइट और एक ही सर्च लाइट जलती दिखी।